भोपाल. मध्यप्रदेश की 14 वीं विधानसभा का आखिरी सत्र सिर्फ डेढ़ दिन में खत्म करने से नाराज कांग्रेस विधायक आज से तीन दिन तक विधानसभा के सामने समानांतर सत्र चला रहे हैं। जिन मुद्दों पर अंदर चर्चा नहीं हुई, उन पर विधानसभा कैम्पस में चर्चा की जा रही है। कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा की सीढ़ियों पर ही विधानसभा शुरू की और कांग्रेस विधायक यादवेंद्र सिंह को सदन का अध्यक्ष बनाया गया, यादवेंद्र सिंह आंखों पर काली पट्टी बांधकर सबसे ऊपर बैठे। कांग्रेस विधायक ने सरकार पर जवाब न देने के आरोप लगाए हैं।

विधायक मुकेश नायक ने ई-टेंडरिंग में गड़बड़ी का मामला उठाते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। नायक ने आरोप लगाते हुए कहा देश को डिजिटल इंडिया बनाने का अभियान प्रधानमंत्री मोदी का एक जुमला है। जिसकी असलियत क्या है यह हाल ही में प्रदेश में हुए ई-टेंडर घोटाले में उजागर कर दिया है। उन्होंने कहा दिलीप बिल्डकान का बीस हजार करोड़ का एम्पायर ई टेन्डरिग गड़बड़ी से बना है।

व्यापमं महाघोटाले के बाद यह दूसरा बड़ा घोटाला है, जो सरकार की नियत और नीति को उजागर करता है। इस घोटाले को व्यापमं घोटाले की ही तरह लीपा पोती करने का खेल जारी है।जयवर्धन सिंह ने भी ई टेंडरिंग घोटाले मे मुख्यमंत्री के नजदीकी ठेकेदार को उपकृत करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा जिस अधिकारी ने घोटाला खोला, उसी को छुट्टी पर भेज दिया। जबकि दस टेंडरों में टेंपरिंग के सबूत हैं।

नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने परिसर में बैठकर अविश्वास प्रस्ताव और सरकार द्वारा मनमाने तरीके से खत्म कराए गए विधानसभा सत्र को लेकर चर्चा की। कांग्रेसी अब अविश्वास प्रस्ताव की प्रतियां लेकर जनता के बीच जाएंगे। कांग्रेग गांव-गांव जाकर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बारे में बताएगी। कांग्रेस हर सभा में जनता को बताएगी कि विधानसभा में किस तरह से सरकार ने लोकतंत्र के मंदिर में जनता का गला घोंटने का काम किया।