भोपाल। मध्य प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ का कहर जारी है. प्रदेश में सिंध नदी पर बने दो बड़े पुल दो दिन में पानी की तरह बह गए. जिसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने इसकी गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.

कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, ”प्रदेश के दतिया जिले में बारिश से रतनगढ़, लांच के बाद अब सनकुआं के पुल बहने की घटना बेहद गंभीर और चिंताजनक है. कुछ ही वर्षों पूर्व, करोड़ों की लागत से बने यह पुल, बारिश के पानी में पत्ते की तरह बह गए, कैसा निर्माण कार्य? उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच हो, जवाबदेही तय हो.”

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दरअसल मंगलवार को रतनगढ़ माता मंदिर के पास सिंध नदी पर बना पुल बह गया था. बुधवार को दूसरा लांच नदी पर बना पुल बह गया. वहीं, मुरैना में कुंआरी नदी पर बने पुल में दरार आ गई है. ये सभी पुल कुछ वर्ष पहले ही बने थे. जिसको लेकर कमलनाथ ने सरकार के ऊपर सवाल खड़े किए हैं.

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बता दें कि प्रदेश में अतिवृष्टि और बाढ़ से शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, ग्वालियर, गुना, भिंड और मुरैना जिलों के कुल 1225 ग्राम प्रभावित हैं. अब तक श्योपुर जिले के 32 गांवों से 1500 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है. इसी प्रकार शिवपुरी के 90 गांवों से 2000 और दतिया, ग्वालियर, मुरैना, भिंड के 240 गांवों से एसडीईआरएफ, एनडीईआरएफ, आर्मी तथा बीएसएफ ने मिलकर लगभग 5,950 लोगों को सुरक्षित निकालने में सफलता प्राप्त की है. अभी तक की जानकारी के अनुसार 1950 लोगों को निकालने के प्रयास जारी हैं.

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