रायपुर। सांसद सुनील सोनी ने सोमवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के चिकित्सकों और अधिकारियों के साथ बैठक की. कोविड की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार रहने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महत्व का संस्थान होने की वजह से AIIMS की मांग और इस पर दबाव अधिक है. ऐसे में चिकित्सकों और अधिकारियों को बड़ी संख्या में कोविड और नॉन कोविड दोनों प्रकार के रोगियों के उपचार के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है.

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बैठक में निदेशक प्रो. डॉ नितिन एम नागरकर ने बताया कि अभी कोविड-19 वार्ड में लगभग 450 रोगी हैं, जिनमें से 80 प्रतिशत को तुरंत ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है. लगभग 10 प्रतिशत को वेंटिलेटर की आवश्यकता पड़ रही है. ऐसे में दोनों की उपलब्धता को सुनिश्चित किया जा रहा है.

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रेमडेसिविर देने का आश्वासन

डॉ नितिन एम नागरकर ने रेमडेसिविर की बढ़ती आवश्यकता के बारे में भी बताया, जिस पर सांसद सोनी ने रायपुर कलेक्टर से मोबाइल पर वार्ता AIIMS को 500 रेमडेसिविर प्रतिदिन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया. कलेक्टर ने AIIMS को अधिकतम रेमडेसिविर देने का आश्वासन दिया.

सांसद सोनी ने डॉक्टर्स और पूरे टीम की सराहना की

सांसद सोनी ने सभी चिकित्सकों, अधिकारियों, नर्सिंग स्टाफ और कर्मचारियों द्वारा दिन-रात की जा रही सेवा की सराहना की. उन्होंने इस चुनौतीपूर्ण समय में अपनी सेवाएं देने के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि कोरोना का पीक अभी बाकी है. ऐसे में चिकित्सकों और संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित किया जाना चाहिए.

एम्स में बेड और वेंटिलेटर बढ़ाने की जरूरत

सांसद ने एम्स में बेड और वेंटिलेटर की संख्या को और अधिक बढ़ाने का भी सुझाव दिया. उन्होंने सभी से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर तन, मन और धन से कोविड रोगियों के उपचार में जुटने का आह्वान किया. बैठक में उप-निदेशक (प्रशासन) अंशुमान गुप्ता, कोविड के नोडल ऑफिसर डॉ. अजॉय बेहरा, उप-चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश चंद्राकर उपस्थित थे.

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