नई दिल्ली। केरल में आ रहे निपाह वायरस के संक्रमण के मामलों ने देश में चिंता बढ़ा दी है. स्थिति को देखते हुए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने इस पर लगाम कसने के लिए ऑस्ट्रेलिया से मोनोक्लोनल एंटीबॉडी खरीदने की घोषणा की है.

इस बीच केरल के कोझिकोड में शुक्रवार को निपाह वायरस के एक ताजा मामले के सामने आने के बाद इस संक्रमण की चपेट में आने वाले मरीजों की कुल संख्या छह हो गई. वहीं मरने वालों की संख्या दो बनी हुई है. स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार हाई अलर्ट मोड में है. उन लोगों की जांच कर रही है, जो संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में रहे. केरल स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि पॉजिटिव रोगियों के संपर्क में आए 1,080 व्यक्तियों की पहचान की है, जिनके सैंपल एकत्रित करने का काम शुरू कर दिया गया है.

वैक्सीन बनाने की कवायद

इधर केंद्र सरकार ने निपाह वायरस से लड़ने के लिए ऑस्ट्रेलिया से मोनोक्लोनल एंटीबॉडी खरीदने जा रही है. आईसीएमआर के डीजी राजीव बहल ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया से खरीदी जा रही दवा को संक्रमण के शुरुआती चरण के दौरान दिए जाने की जरूरत है. हालांकि, भारत में अब तक किसी को भी यह दवा नहीं दी गई है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आईसीएमआर इस वायरल बीमारी के खिलाफ टीका विकसित करने पर भी काम शुरू करने की योजना बना रहा है.

स्कूलों में एक हफ्ते का अवकाश

निपाह के खतरे को देखते हुए केरल के कोझिकोड जिले में सभी शैक्षणिक संस्थानों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है, लेकिन इस दौरान ऑनलाइन कक्षाएं सुनिश्चित की जाएंगी. वहीं निपाह मामलों का इलाज करने वाले सभी अस्पतालों को एक मेडिकल बोर्ड बनाने का निर्देश दिया गया है, जो दिन में दो बार बैठक करेगा और रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को सौंपेगा.