खाना खाने के बाद खट्टी डकार, गैस की समस्या अगर आपको भी अक्सर परेशान करती है तो इसके पीछे मसालेदार, तला-भुना भोजन ही जिम्मेदार नहीं होता बल्कि और भी कई वजहें होती हैं. जिन पर हमारा ध्यान नहीं जाता. तो आज हम ऐसी ही वजहों के बारे में जानने वाले हैं. जिस पर गौर कर आप अपने पाचन-तंत्र को चुस्त-दुरुस्त रख सकते हैं.

बिना भूख के खाना

ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर का टाइम निर्धारित होने से काफी हद तक बेवजह और बेवक्त खाने की आदत से बचा जा सकता है. बिना भूख के खाना ओवरइटिंग के समान ही होता है. जब आप बिना भूख के खाते हैं तो इसका मतलब है कि आपके दिमाग को किसी भी तरह का कोई सिग्नल नहीं मिला है भूख लगने का, जिससे भोजन को पचाने के लिए जरूरी रसों का स्त्राव नहीं होता और इसी वजह से पाचन से जुड़ी दिक्कतें होती हैं. Read More – बाजार में तुरंत तैयार करके देंगे ताजी गजक, इतने फ्लेवर की होती है ऑन डिमांड …

इमोशनल इटिंग

कई लोग गुस्से में बहुत ज्यादा खाते हैं तो कुछ स्ट्रेस में, बाकी खुशी में तो जीभर कर खाने का रिवाज है ही, लेकिन किसी भी इमोशन का सहारा लेकर ज्यादा और कुछ भी खाने की आदत सेहत पर भारी पड़ सकती है, इसलिए स्ट्रेस या गुस्से को कम करने के लिए मेडिटेशन करें न कि खाने पर टूटें.

खाने से पहले और बाद में पानी पीना

खाने से तुरंत पहले या बाद में बहुत ज्यादा पानी पीने से पाचन रसों का स्त्राव तो होता है, लेकिन प्रभाव बेहद कम, जिससे खाना सही तरीके से नहीं पचता, और फिर गैस, एसिडिटी, खट्टी डकार जैसी परेशानी होती है. ऐसे में खाने के कम से कम 1 या 1/2 घंटे पहले पानी पी लेना सही होता है और यही रूल खाने के बाद भी लागू होता है. Read More – Virat Kohli ने तोड़ा सचिन तेंदुलकर का ये बड़ा रिकॉर्ड, इस मामले में मास्टर ब्लास्टर को छोड़ा पीछे …

काम करते हुए, TV देखते हुए खाना

टीवी देखते हुए, बातचीत या काम करते हुए ज्यादातर लोग कुछ न कुछ खाते-पीते रहते हैं जो बिल्कुल भी सही आदत नहीं. ये भी एक तरह की ओवरइटिंग होती है जिसका नुकसान हमारे पाचन तंत्र को भुगतना पड़ता है. तो खाते वक्त किसी तरह का काम करना अवॉयड करें और मोबाइल चलाने से भी बचें.