हेमंत शर्मा,रायपुर. एक जूनियर स्टूडेंट को बालीवुड के मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन जैसे  फ्रेंच कट दाढ़ी रखने से  कुछ सीनियर छात्र इस तरह जल गए की उसकी जमकर रैगिंग ले ली. इतना ही नहीं सीनियर छात्रों ने उस छात्र को मारपीट और गाली गलौज करते हुए जान से मारने की भी धमकी दे दी. जिसके बाद से जूनियर छात्र डरा और सहमा हुआ है और कॉलेज जाने सी भी घबरा रहा है.

दरअसल पूरा मामला राजधानी के शासकीय डेंटल कॉलेज का  है. जहां पीड़ित छात्र  बीडीएस प्रथम वर्ष का छात्र है. छात्र ने बताया कि वो 8 जून  को कॉलेज से वापस लौट रहा था तभी उसके सीनियर वासू राठौर और राज वर्मा समेत तीन अन्य साथी जो कॉलेज के नहीं थे. उन्होंने कॉलेज परिसर में रोक लिया और फ्रेंच कट दाढ़ी रखने के कारण उससे बदसलूकी करने लगे. सीनियर छात्र यही नहीं रुके उन्होंने उसके साथ मारपीट की और उसे जान से मारने की भी धमकी दी.जिसके बाद पीड़ित ने तुरंत घटना की जानकारी अपने माता पिता को दी. इसके बाद शुभम के माता पिता तुरंत कॉलेज आ गए और उन्होंने इस संबंध में तुरंत एक पत्र  प्रिंसिपल को लिखा.

पीड़ित छात्र ने बताया कि ये सीनियर स्टूडेंट्स  बीडीएस के ही  छात्र हैं, जो उसे रोज परेशान करते थे और किसी ना किसी बात को लेकर उसे ताने मारा करते थे. यहां तक उन्होंने उसके दाढ़ी रखने से पहले भी आपत्ती जताई थी. लेकिन छात्र ने उनकी बात नहीं मानी जिससे वे और आख बबूला हो गए और उसके साथ जमकर मारपीट कर दी. हालांकि ने पीड़ित को भी तीन अन्य छात्रों की जानकारी नहीं है कि वे कौन थे.

कॉलेज के एक्शन का इंतजार

बता दें कि कि पीड़ित छात्र के पिता रेल्वे में अधिकारी हैं. घटना को लेकर पीड़ित के पिता का कहना है कि उन्होंने अभी तक इस घटना को लेकर पूलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई है. हमें इस मामले में कॉलेज प्रबंधन का इंतजार है कि कॉलेज इस संबंध में क्या फैसला लेता है. घटना को लेकर उन्होंने कॉलेज के प्रिंसिपल को एक पत्र भी लिखा है. लेकिन प्रबंधन ने अब तक जवाब नहीं दिया है. उनका कहना है कि यदि प्रबंधन उचित कार्रवाई नहीं करता है तो हम जरूर इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराएंगे.

मानिसक तनाव महसूस कर रहा हूं

वहीं पीड़ित छात्र ने लल्लूराम से कहा कि यदि कॉलेज प्रबंधन मामले में सही फैसला नहीं लेता है तो मैं और टूट जाउंगा. उसने आगे कहा मैं पूरी तरह से मानिसक तनाव महसूस कर रहा हूं और चाहता हूं कि आगे किसी और छात्र के साथ ऐसी घटना ना हो.

इधर जब लल्लूराम ने इस संबंध में जब कॉलेज के प्रिंसिलप डॉ.विशवजीत मिश्रा से संपर्क किया तो उन्होंने सोमवार को मिलने की बात करते हुए फोन काट दिया . आपको बता दें कि यूजीसी ने 2009 में रैगिंग के बारे में एक रेग्युलेशन जारी किया है. जिसके तहत..

  •    किसी भी हायर एजुकेशन इंस्टिट्यूट में रैगिंग एक दंडनीय अपराध है। रैगिंग को संज्ञेय अपराध की कैटिगरी में रखा गया है.
  • देश के सभी हायर एजुकेशन इंस्टिट्यूट्स के लिए यूजीसी द्वारा जारी रेग्युलेशंस को फॉलो करना जरूरी है. जो ऐसा नहीं करते, उनकी मान्यता भी रद्द की जा सकती है.
  • इंस्टिट्यूट्स को अपने प्रॉस्पेक्ट्स में साफ लिखना होगा कि संस्थान में रैगिंग गैरकानूनी है। ऐसा होने पर दोषी स्टूडेंट्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
  •  ऐडमिशन के वक्त ही स्टूडेंट्स व पैरंट्स को रैगिंग से जुड़ी सारी जानकारी दी जानी चाहिए ताकि वे रैगिंग को लेकर सचेत रहें.

इसके अतिरिक्त भी यूजीसी ने कई और बात रैंगिग को लेकर कही है. जिसके तहत ही देश -प्रदेश के कई विश्वविद्दालय में एंटी रैंगिंग सेल का भी गठन किया गया है. हालांकि इस मामले में पीडित के परिजनों ने इसकी शिकायत थाने में तो दर्ज नहीं कराई है. ऐसे में देखने वाली बात होगी कि कॉलेज प्रबंधन मामले को लेकर क्या कदम उठाता है.