Farmer hunger strike in Punjab: हरियाणा और पंजाब के खनौरी बॉर्डर (khanauri-border) पर किसानों का जमावड़ा बढ़ता जा रहा है। डल्लेवाल जहां लुधियाना डीएमसी में चार दिन से भूख हड़ताल पर हैं, वहीं पूर्व सैनिक सुखजीत सिंह हरदो झंडे ने भी खनौरी बॉर्डर पर कुछ नहीं खाया है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को हिरासत में लिए हुए चार दिन हो चुके हैं।

सुखजीत सिंह हरदो झंडे ने कहा है कि डल्लेवाल को उठाकर जो सरकार किसानों के आंदोलन को फेल करना चाहती थी, वे असफल हुई है। भूख हड़ताल का आज चौथा दिन है और वे पूरी तरह से ठीक हैं। वहीं सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि 6 दिसंबर को किसान दिल्ली कूच की तैयारी में हैं और हर जिले में किसानों को इसके लिए लामबंद किया जा रहा है।

केंद्र और राज्य सरकार मिलकर किसानों के खिलाफ

सरवन सिंह पंधेर ने आरोप लगाया है कि किसान लुधियाना डीएमसी में डल्लेवाल से मिलने पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया जा रहा है। जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं, केंद्र के खिलाफ किसानों की लामबंदी तेज होती जा रही है। केंद्र के साथ-साथ किसान अब राज्य सरकार के खिलाफ भी मोर्चा खोल रहे हैं। एक दिसंबर को किसानों ने संगरूर में सीएम भगवंत मान के घर को घेरने की तैयारी कर ली है। किसानों का कहना है कि राज्य सरकार की पुलिस ने डल्लेवाल को हिरासत में लिया है। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर किसानों के खिलाफ लगी हुई है।

किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने बीते दिन हजारों की गिनती में किसान खनौरी बॉर्डर के लिए रवाना किए। इसके अलावा आने वाले दिनों में माझा जोन के कई जिलों से किसान खनौरी व शंभू बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं।

6 दिसंबर को दिल्ली कूच (Farmer hunger strike in Punjab)

किसान नेता पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि अगर 10 दिन में मामला ना सुलझा तो 6 दिसंबर को दिल्ली कूच किया जाएगा। बार-बार किसानों को ट्रैक्टर व ट्रालियां लेकर जाने के नाम पर बदनाम किया जाता है। इस बार किसानों ने लोगों की सहानुभूति हासिल करने के लिए बिना ट्रेक्टर-ट्रालियों के दिल्ली जाने का ऐलान कर दिया है।

एमएसपी गारंटी कानून नहीं बनाएगी, तब तक धरना प्रदर्शन जारी

दरअसल, किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने ऐलान किया था कि जब तक सरकार एमएसपी गारंटी कानून नहीं बनाएगी, तब तक धरना प्रदर्शन जारी रखा जाएगा. डल्लेवाल ने अपनी जमीन-जायदाद परिवार के नाम कर दी और वो आमरण अनशन पर बैठ गए. लेकिन पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करवा दिया. इस बीच किसानों ने कहा कि जब तक सरकार किसानों के कर्जे माफ नहीं करेगी और एमएसपी गारंटी कानून नहीं बनाएगी तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा.