नई दिल्ली। उत्तर पूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने गोकुलपुरी आग की घटना की न्यायिक जांच की मांग की, जिसमें 11 साल के बच्चे सहित 7 लोगों की जान चली गई. मनोज तिवारी ने मांग करते हुए कहा कि पूरी घटना की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए इसकी न्यायिक जांच कराई जाए और मृतक के परिजनों को तत्काल एक करोड़ रुपये की सहायता देने की घोषणा की जाए. शहर के गोकुलपुरी गांव के झुग्गी-बस्ती इलाके में बीती रात 12 बजे भीषण आग लगने से एक 11 वर्षीय बच्चे समेत 7 लोगों की जलकर मौत हो गई है. मौतों के अलावा कम से कम 30 झोंपड़ियां उनके सामान के साथ राख में बदल गईं.

बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने 1 करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग की

बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने गहरा दुख जताते हुए कहा कि वह इस आग की घटना से प्रभावित परिवारों के साथ मजबूती से खड़े हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उचित व्यवस्था करनी चाहिए और सभी पीड़ितों को उचित मुआवजा देना चाहिए. मनोज तिवारी ने कहा कि उन्होंने संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया है और सभी पीड़ितों के राहत और बचाव कार्यों की उचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया है.

बड़ा हादसा: दिल्ली के गोकलपुरी में झुग्गी बस्ती में आग लगने से 7 लोगों की मौत

सीएम केजरीवाल मृतकों के परिजनों से मिलने जाएंगे

इस बीच मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भी घटना पर दुख जताया है. मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर लिखा, “सुबह-सुबह दुःखद समाचार सुना. मैं मौके पर जाकर व्यक्तिगत रूप से प्रभावित लोगों से मिलूंगा.” साथ ही जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री केजरीवाल घटनास्थल पर भी जाएंगे और पीड़ित परिजनों से मुलाकात करेंगे. इसके अलावा भाजपा नेता मनोज तिवारी भी पीड़ितों से मुलाकात करने जाएंगे. बता दें कि देर रात आग लगने की सूचना पर दमकल विभाग की 13 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. हालांकि दमकल विभागकर्मियों ने आग बुझाने के प्रयास में ही 7 शवों को भी निकाला, जो बुरी तरह झुलस चुके थे.

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झोपड़ियों से बरामद हुए 7 बुरी तरह से झुलसे हुए शव

दिल्ली दमकल सेवा के प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि उन्हें उत्तर-पूर्वी दिल्ली के गोकुलपुरी गांव के पिलर नंबर 12 के पास आग लगने की घटना के बारे में एक कॉल आया, जिसके बाद 13 दमकल गाड़ियों को तुरंत मौके पर भेजा गया. उन्होंने कहा कि झोपड़ियों से 7 जले हुए शव बरामद किए गए हैं. आग लगभग 60 से ज्यादा झोपड़ियों में लगी थी. आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है और तड़के करीब 3.45 बजे चार घंटे में आग पर काबू पा लिया गया. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (पूर्वोत्तर) देवेश कुमार महला ने ब्योरा देते हुए कहा कि उन्हें गोकुलपुरी थाने में रात करीब 12 बजे आग लगने की घटना की सूचना मिली. उन्होंने कहा कि पुलिस तुरंत सभी बचाव उपकरणों के साथ मौके पर पहुंची. हमने दमकल विभाग से भी संपर्क किया, जिसने बहुत अच्छी प्रतिक्रिया दी और उनकी मदद से हम सुबह 4 बजे तक आग पर काबू पाने में सफल रहे.

इससे पहले बवाना की प्लास्टिक फैक्ट्री में लगी थी आग

दिल्ली में आग लगने की इस वर्ष की सबसे बड़ी घटना है. इससे पहले दिल्ली के बवाना इलाके में एक प्लास्टिक कारखाने में आग लग गई थी. हालांकि तब किसी के हताहत होने की खबर सामने नहीं आई थी.