श्रीनगर. दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में गुरुवार को संदिग्ध आतंकवादियों ने एक बैंक मैनेजर को गोली मार दी. पुलिस अधिकारी के मुताबिक जिले के आरेह इलाके में गुरुवार सुबह कुलगाम की शाखा इलाकाही देहाती बैंक के मैनेजर विजय कुमार आतंकवादियों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया. विजय राजस्थान के रहने वाले बताए जा रहे हैं. कश्मीर में सरकारी कर्मचारियों की टारगेट किलिंग की ये चौथी घटना है. अब कश्मीर के सरकारी कर्मचारी इसे लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं. अब वे जम्मू में अपना ट्रांसफर कराने की मांग कर रहे हैं.

घाटी में कश्मीरी पंडित और गैर-स्थानीय सरकारी कर्मचारियों की लक्षित हत्याओं के मद्देनजर, सैकड़ों सरकारी कर्मचारियों ने जम्मू-कश्मीर के जम्मू शहर में अपने-अपने गृह जिलों में तत्काल स्थानांतरण की मांग को लेकर गुरुवार को एक मार्च निकाला.

ड्यूटी पर नहीं जाएंगे कर्मचारी

घाटी में तैनात प्रदर्शनकारी कश्मीरी पंडित कर्मचारियों और अन्य लोगों ने मंगलवार को कुलगाम जिले के एक स्कूल में आतंकवादियों द्वारा मारे गए अपने सहयोगी रजनी बाला, स्कूल शिक्षक की तस्वीरों के साथ तख्तियां लिए हुए थे. प्रदर्शनकारियों ने जम्मू संभाग के विभिन्न स्थानों में अपने गृह जिलों में स्थानांतरित करने की मांग की है. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे अपने ड्यूटी को फिर से शुरू नहीं करेंगे. क्योंकि सरकार लक्षित हत्याओं को रोकने और उन्हें एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने में कथित रूप से विफल रही है.

कोई सुरक्षित नहीं है- प्रदर्शनकारी

एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “जम्मू के विभिन्न जिलों के लगभग 8,000 कर्मचारी अंतर-जिला स्थानांतरण नीति के तहत कश्मीर में काम कर रहे हैं और हम वर्तमान माहौल में वापस लौटने और अपने ड्यूटी को फिर से शुरू करने वाले नहीं हैं”. अनंतनाग जिले में तैनात एक शिक्षक रमेश चंद ने कहा, “हम पिछले 15 वर्षों से वहां सेवा कर रहे हैं, लेकिन वर्तमान में हो रही लक्षित हत्याओं में तेजी को देखते हुए असुरक्षित और तनाव महसूस कर रहे हैं”. अन्य प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे बिगड़ती सुरक्षा स्थिति से निराश हैं क्योंकि घाटी में मुस्लिम, हिंदू और सिख सहित कोई भी सुरक्षित नहीं है.

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