राजिम . छत्तीसगढ़ शासन की महत्वपूर्ण योजना राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत किसानों को धान के बदले अन्य वैकल्पिक फसलों को बोने के लिए शिविर लगाकर प्रोत्साहित किया जा रहा है. फिंगेश्वर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पोखरा में शनिवार को ग्रामीण कृषि सहकारी समिति में किसानों को समझाइश दी गई. शिविर में 24 किसानों ने 11 एकड़ में धान के बदले सब्जी लगाने की सहमति दी.

अनुविभागीय अधिकारी अविनाश भोई के मार्गदर्शन में किसानों को समझाइश देते हुए बताया गया कि यदि धान के बदले उसी जमीन पर अन्य फसलें ली जाती है तो उन्हें प्रति एकड़ 10000 रुपए के मान से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. शिविर से प्रभावित होकर यहां 5 किसानों ने अन्य फसल बोने के लिए सहमति दी, जिसमें ग्राम तर्जुमा के कामदेव ने उड़द, किसान संतोष ने कोदो, राजकट्टी की युधिष्ठिर ने उद्यानिकी, राजिम के नंद कुमार और किशन ने साग भाजी लगाने अपनी सहमति दी.


24 किसानों ने 11 एकड़ में धान के बदले सब्जी लगाने की दी सहमति
राजिम और कोपरा अंतर्गत प्राथमिक कृषि साख समिति के 24 किसानों ने 11. 80 हेक्टेयर रकबा में साग भाजी लगाने सहमति के बाद उनका केसीसी तैयार करने प्रकरण बनाकर भेज दिया है. किसानों ने कहा कि राज्य शासन की एक महत्वपूर्ण योजना का लाभ किसानों को लेना चाहिए. इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और भूमि की उर्वरता भी बनी रहेगी. साथ ही फसल परिवर्तन योजना में सम्मिलित होने के कारण विभागीय योजनाओं का प्राथमिकता क्रम में लाभ दिया जाएगा.

अन्य फसलों पर भी कृषि लोन दिया जा रहा
दलहन तिलहन का मिनी किट वितरण, नलकूप खनन, शाकंभरी प्रदर्शन एवं अन्य आदान सामग्री का लाभ देने के लिए फार्म भरने कृषि अधिकारी ने प्रेरित भी किया. इस वर्ष अन्य वर्षों की अपेक्षा धान के अतिरिक्त अन्य फसलों पर भी अल्पकालीन कृषि लोन दिया जा रहा है, जिसमें धान के अलावा अन्य फसल में अल्पकालीन लोन दिया जाएगा.