रोहित कश्यप, मुंगेली। जिला मुख्यालय से लगे चातरखार गांव में मुंगेली कवर्धा मुख्य मार्ग पर एक मकान के अंदर बंद कमरे में अवैध तरीके से पानी पाउच बनाने का कारोबार चल रहा है. हैरान करने वाली बात ये है कि प्रशासन की नाक के नीचे धड़ल्ले से जारी है, लेकिन प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बेधड़क जारी है.

यही नहीं शहर सहित ग्रामीण अंचल में पानी पाउच विक्रेता यहां से उत्पादित पानी पाउच का विक्रय भी बेख़ौफ़ कर रहे हैं, जो आमजनों के सेहत के साथ-साथ जीवन से खिलवाड़ है. क्योंकि जिस पानी पाउच का उत्पादन अवैध तरीके से किया जा रहा है, उसकी गुणवत्ता, लाइसेंस और आईएसआई प्रमाणित है भी की नहीं यह जांच का विषय है.

स्थानीय लोगों की शिकायत पर जब LALLURAM.COM की टीम ने पानी पाउच फैक्ट्री का मुआयना किया, तो यहां ओडिशा और बिलासपुर के मार्क वाली पानी पाउच का उत्पादन किया जा रहा था. इससे स्पष्ट हो रहा है कि पानी पाउच का गोरखधंधा करके लोगों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है. इस पर प्रशासन आंख बंद करके बैठा है.

ऐसा नहीं है कि प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं है. शिकायतकर्ता द्वारा बकायदा मुंगेली कलेक्टर को लिखित में इसकी शिकायत की गई है, इसके बावजूद कार्रवाई नहीं होना समझ से परे है. हालांकि इस मामले की जानकारी जब हमने मुंगेली एसडीएम को दी, तब उनका जवाब था जांच के बाद ही कुछ बोल पाऊंगा.

स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला कलेक्टर को लिखित में शिकायत हुई है, इसके बावजूद कार्रवाई तो दूर जांच नहीं हो रही तो लोग उम्मीद किससे करें.

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