ग्वालियर। मध्य प्रदेश में ब्लैक फंगस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. सरकार ने तमाम प्रयासों के बाद भी मरीजों को इस फंगस के इलाज के लिए एंटी फंगल इंजेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं. जिससे मरीजों की जान चली जा रही है. ऐसा ही एक वाक्या ग्वालियर में देखने को मिला. यहां बीते दिनों एक बच्ची ने ब्लैक फंगस से पीड़ित अपने पिता की जान बचाने के लिए सीएम शिवराज सिंह सहित कई मंत्रियों और एक्टर सोनू सूद से सोशल मीडिया पर गुहार लगाई थी. एक्टर सोनू सूद और कई नेताओं के प्रयास के बाद भी बच्ची ने अपने पिता की जान नहीं बचा पाई. हुआ यह कि इलाज के अभाव ने मासूम बच्ची के पिता राजकुमार शर्मा ने इस जंग से हार गए.

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बता दें कि वीडियो के वायरल होने के बाद फिल्म एक्टर सोनू सूद ने बच्ची से बात की थी और मदद के लिए हाथ भी आगे बढ़ाया था. इसके अलावा ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भी रेनू से बात की थी. जिसके बाद देर रात जिला कलेक्टर ने 1 डोज लाकर दिया है और वादा किया है कि बुधवार सुबह तक और डोज भी मिलें जाएंगे. हालांकि कई नेताओंं के प्रयास के बाद भी मासूम बच्ची ने अपने पिता को नहीं बचा पाई और उनका निधन हो गया.

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गौरतलब है कि बीते दिनों ब्लैक फंगस से लड़ रहे ग्वालियर के एक व्यवसायी की डॉक्टरों को एक आंख और एक जबड़ा निकालना पड़ा है. इसके बाद भी मरीज की हालत गंभीर बनी हुई थी. फंगस बीमारी की दवाई एमफोटेरेसिन बी-50 के मरीज को 20 इंजेक्शन लग चुके थे, और 80 डोज लगनी बाकी थी. लेकिन 80 इंजेक्शन का इंतजाम नहीं हो पा रहा था. जिसके कारण मरीज की बेटी रेनू ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मदद की गुहार लगाई. वीडियो में बेटी अपने पिता को बचाने के लिए सीएम से कह रही थी. वीडियो में मासूम बच्ची यह कहते हुए दिखाई पड़ रही थी कि आप तो मामा हो, अपनी बेटी की बात सुन लो. कहीं से भी इंजेक्शन का इंतजाम करा दो. नहीं तो मेरे पापा की जान खतरे पड़ जाएगी. बच्ची पूरी वीडियो में रोती हुई नजर आ रही थी.

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शहर के डीडी नगर में रहने वाले राजकुमार शर्मा ट्रैक्टर की एजेंसी चलाते थे. 27 अप्रैल को राजकुमार को कोरोना हुआ था. बड़ी मुश्किलों से उन्होंने कोरोना से जंग जीती, लेकिन उन्हे नहीं पता था कि कोरोना से सही होने के बाद उन्हे ब्लैक फंगस का सामना करना पड़ेगा. 15 मई को उन्हें सेवा नगर रोड पर अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया था. फंगस तेजी से फैल रहा था. जिसको देखते हुए डॉक्टर ने परिवार को करीब 100 इंजेक्शन के इंतजाम करने के लिए कहा था.

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