रायपुर। घरों में एलईडी बल्ब का इस्तेमाल आम हो चुका है. ये नॉर्मल बल्ब की तुलना में थोड़े महंगे होते हैं, लेकिन इनकी लाइफ कई गुना ज्यादा होती है. हालांकि, एक वक्त के बाद इनकी रोशनी कम होने लगती है, या फिर ये खराब हो जाते हैं. अच्छी बात यह है कि इन्हें आप घर पर ही आसानी से रिपेयर कर सकते हैं.

एलईडी बल्ब के अंदर एक छोटा सा सर्किट होता है. जिसमें कुछ ट्रांजिस्टर और कैपेसिटर लगे होते हैं. इसके साथ, 18 से 20 एलईडी लगी होती हैं. जब भी एलईडी बल्ब खराब होता है तब उसमें एलईडी के खराब होने के चांस काफी कम होते हैं. यदि ये खराब भी होती हैं तब 2 या 3 ही खराब होती हैं. बल्ब के अंदर जो ज्यादातर पार्ट खराब होता है वो कैपेसिटर या ट्रांजिस्टर होते हैं. ये हीट होते-होते एक समय के बाद फट जाते हैं. ऐसे में इन्हें आसानी से बदला जा सकता है.

जानिए कौन सा हिस्सा है खराब

एलईडी बल्ब को रिपेयर करने के लिए आपको सबसे पहले ये देखना होगा कि इसके अंदर क्या खराब हुआ है. यदि कैपेसिटर या ट्रांजिस्टर में से कोई एक खराब हुआ है तब उसे खरीदना होगा. इनमें से किसी एक को मार्केट से सिर्फ 10 रुपए में खरीदा जा सकता है. ज्यादातर बल्ब के अंदर 155-400व्ही ट्रांजिस्टर होता है. बल्ब को रिपेयर करने से पहले ये पता होना चाहिए कि उसमें खराबी क्या है, और कौन सा हिस्सा बेकार हुआ है.

कम होती है खराब होने की संभावना

एलईडी बल्ब के अंदर बहुत सारी छोटी-छोटी एलईडी लाइट्स लगी होती है. ये छोटी एलईडी लाइट्स लॉन्ग लास्टिंग होने की वजह से इन के खराब होने की संभावना बहुत कम होती है. लेकिन आप बल्ब का कैंप (व्हाइट वाला) हटाकर एलईडी बल्ब को चालू करके देखें. इसमें समझ आ जाएगा कुछ एलइडी बहुत ही कम उजाले के साथ जल रही है, और कुछ पूरी तरह से बंद है.

पूरी तरह से एलईडी बल्ब बंद हो तो…

अब बल्ब को होल्डर से निकालकर बंद एलईडी में निशान लगा लें. जो एलईडी पूरी तरह से बंद हो उसे नोजप्लास की सहायता से तोड़ दें, और सर्किट पर जिस जगह से एलईडी बल्ब तोड़ा है, उसे नुकीली वस्तु से पूरी तरह घिस लें. फिर सावधानी से होल्डर में लगाकर चालू करेें, आपकी एलईडी बल्ब रोशनी देने लगेगी. ये देसी जुगाड़ केवल एक या दो एलईडी खराब की स्थिति में ही काम करेगी.

नवीनतम खबरें –

इसे भी पढ़ें –