केंद्र सरकार ने आतंकवादी संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) को फिर से बैन कर दिया है. भारत सरकार ने बैन की अवधि बढ़ाने का फैसला लिया है. जिसके बाद SIMI और 5 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X जानकारी साझा की है.

केंद्रीय गृह मंत्री कार्यालय ने सोमवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के तहत मोदी सरकार ने यूएपीए के तहत सिमी को अगले पांच साल तक के लिए ‘गैरकानूनी संघ’ घोषित किया है. सिमी ने भारत की सुरक्षा, संप्रभुता और अंखडता को खतरे में डालने का काम किया और शांति एवं सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के लिए आतंकवाद को बढ़ाने की कोशिश की.

बता दें कि साल 2001 में सिमी (SIMI) पर पहली बार प्रतिबंध लगा था. 9/11 आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने इस संगठन पर ये कार्रवाई की थी. संगठन पर आरोप था कि आतंकवादी संगठनों से संबंध और आतंकी हमलों में सिमी भी शामिल है. हालांकि बीच में कुछ दिनों के लिए प्रतिबंध हटा था, लेकिन फिर सुप्रीम कोर्ट ने बैन लगाने का आदेश दिया था. जिसके बाद इसे प्रतिबंधित कर दिय था.

क्या है SIMI ?

साल 1977 के अप्रैल महीने में स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) असतित्व में आया था. यह एक आतंकवादी संगठन है. मोहम्मद अहमदुल्ला सिद्दीकी ने सिमी संगठन बनाया था. हालांकि, यह भी कहा जाता है कि साल 1956 में बना आतंकी संगठन जमात ए इस्लामी से ही सिमी निकला है.