भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र की कार्यवाही मंगलवार को शुरू होने के कुछ ही घंटे बाद ही खत्म हो गई. विधानसभा में काफी हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. आदिवासियों पर अत्याचार के मुद्दे को लेकर सदन में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. इस पर कांग्रेस चर्चा कराए जाने की मांग कर रही थी. विपक्ष पर राष्ट्रीय गीत का अपमान करने का भी आरोप लगा है.

हंगामे पर भड़के नरोत्तम मिश्रा

विधानसभा में कांग्रेस के हंगामे पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भड़क गए. उन्होंने कहा कि पीड़ादायी बात और प्रसंग है. कांग्रेस सदन की मर्यादा तोड़ देती है. वंदे मातरम् गीत के दौरान विषय उठाया, जबकि उस समय नहीं उठाना चाहिए. ये राष्ट्रीय गीत और अन्य चीज़ों का अपमान का बीड़ा उठाया है. कौन सी बात कब कहां कैसे कही जाती है, ये बात का पालन नहीं की, न कभी निधन के उल्लेख का पालन किय. ये स्थिति कांग्रेस के स्वभाव में है. बिना वजह हंगामा कर रहे हैं. पुराने मामले जिन पर कार्रवाई हो गई, उन पर हंगामा कर रहे हैं. आज का विषय होना चाहिए. प्रदेश में अतिवृष्टि की बात हो. लेकिन नहीं कांग्रेस जनहित के मुद्दे नहीं उठाती है. इनको जनता से कोई मतलब नहीं है.

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मुझे बिना गलती की सजा मिली थी- पटवारी

पिछली बार निलंबन के बाद विधानसभा की कार्यवाही में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी पहुंचे. उन्होंने कहा कि विधानसभा के बाहर मीडिया से कहा कि मैं विधानसभा अध्यक्ष का धन्यवाद करना चाहता हूँ, जो मुझे बिना गलती की सजा पिछली बार दी थी. मुझे निलंबित कर दिया था. आशा करता हूँ कि अब वो अपने धर्म का निर्वहन करेंगे. सदस्यों को अपनी बात रखने का मौक़ा देंगे और डिक्टेटरशिप BJP के प्रभाव में आप ने राज धर्म को नहीं भूलेंगे. जिस तरीके से मध्य प्रदेश को बना रहे हैं. आदिवासियों पर सबसे ज़्यादा अत्याचार हो रहा है. सरकार बहनों की सुरक्षा में असफल रही है. आदिवासियों के साथ जो हो रहे हैं उससे MP शर्मसार है.

सीधी कांड सोची समझी साजिश- मंत्री उषा ठाकुर

मंत्री उषा ठाकुर से मीडिया से कहा कि पिछले दिनों जो भी घटनाएं हुई हैं, वो सब सोची समझी साज़िश है. मंत्री उषा ठाकुर ने मांग की है कि सीधी कांड में आरोपी के साथ वीडियो बनाने वाले पर भी कार्रवाई हो. वीडियो बनाने वाले पर भी वही धारायें लगाई जाए. ये सब सोचा समझा षड्यंत्र है. अगर आप बारीकी से विश्लेषण करेंगे तो पाएंगे.

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अभी आपने देखा की जो पेशाब कांड हुआ भारतीय जनता पार्टी किसी भी दोषी को बढ़ावा नहीं देती है. अपना हो या पराया हो, दंड कठोरतम मिलेगा. अगर संविधान का उल्लंघन हुआ है. समाज से मेरी प्रार्थना है. इस प्रकार का घटनाक्रम घट रहा है और कोई उसका वीडियो बना रहा है. तो उस वीडियो बनाने वाले पर भी वो ही धाराएँ लगनी चाहिए, जो संविधान का उल्लंघन किस प्रकार से कर रहा है. वीडियो से नैतिकता और मनुष्यता कभी भी शर्मसार नहीं होनी चाहिए. कठोरता कार्रवाई होनी चाहिए.

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