मनोज उपाध्याय,मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के लेपा गांव गोलीकांड मामले में फरार आरोपियों पर पुलिस ने इनाम की राशि बढ़ा दी है. पुलिस महानिरीक्षक चंबल जोन सुशांत सक्सेना ने फरार 7 आरोपियों की गिरफ्तारी पर इनामी की राशि 10 हजार से बढ़ाकर 30 हजार रुपए कर दिया है. गोलीकांड मामले में अभी एक महिला समेत 2 लोगों की ही गिरफ्तारी हुई है. बाकी अपराधियों को पुलिस पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है. 10 साल पहले विवाद और समझौता के बाद दो मर्डर के बदले 6 लोगों की गोली मारकर हत्या की गई थी.

ये है पूरा मामला

मुरैना जिले के सिहोनिया थाना क्षेत्र के लेपा गांव में शुक्रवार 5 मई को गोलीकांड हुआ. जहां जमीन विवाद में दोनों परिवारों में झगड़ा हुआ था, जो बाद में खूनी संघर्ष में बदल गया. दोनों परिवारों में पुरानी रंजिश चल रही थी. करीब 10 साल पहले भी दोनों परिवारों में झगड़ा हुआ था और इसी तरह गोलियां चली थीं. उस समय भी कुछ लोगों की मौत हो गई थी. ताजा गोलीकांड में भी अभी तक 6 लोगों की जान चली गई है. 5 मई को थाना सिहोनियां पर सुबह करीब 10.30 बजे सूचना मिली कि ग्राम लेपा में गोली चली है.

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इसी सूचना पर थाना प्रभारी सिहोनियां फोर्स के साथ ग्राम लेपा पहुंची, जहां पता चला कि गजेन्द्र सिंह तोमर, वीरभान सिंह तोमर के परिवारों में वर्ष 2013 में घूरे की जगह की रंजिश पर से झगड़ा हुआ था, उसी रंजिश पर से गजेन्द्र सिंह के परिवार पर आरोपी पक्ष वीरभान सिंह एवं सोवरन सिंह के लडके भूपेन्द्र अजीत व अन्य के द्वारा बंदूककट्टों एवं लाठी डंडों से सुबह करीब 09.30 बजे गजेद्र सिंह के परिवारवालों के गांव में आने पर अचानक हमला कर दिया. जिसमें गजेन्द्र सिंह, उसका लड़का सत्यप्रकाश तोमर, संजू तोमर तीनों की गोली लगने से मौके पर मौत हो गई.

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पांच माह की गर्भवती महिला की भी हुई मौत

इसके अलावा घटना में गजेन्द्र सिंह की बहू केशकली, पत्नी वीरेन्द्र सिंह, बबली पत्नी नरेन्द्र सिंह, मधू पत्नी सुनी सिंह तोमर को भी गोली लगने से इन्हें तत्काल पुलिस द्वारा अस्पताल लेकर इलाज के लिए पहुंचाया गया, उनकी भी इलाज के दौरान मौत हो गयी. बताया जा रहा है कि मधू पांच माह की गर्भवती थी.

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10 साल से चल रहा था विवाद

वर्ष 2013 में घूरे डालने के विवाद पर से हुए झगड़े में वीरभान सिंह तोमर एवं सोवरन तोमर की हत्या हो गयी थी. जिसमें गजेन्द्र सिंह तोमर के परिवार के चार आरोपियों के रंजित पुत्र मुनेन्द्र सिंह तोमर, वीरेन्द्र पुत्र गजेन्द्र सिंह तोमर, अविनाश उर्फ करु पुत्र शिवराम सिंह तोमर, बडे लला उर्फ हिम्मत पुत्र रामराज सिंह तोमर नि. लेपा के विरुद्द थाना सिहोनिया में अपराध क्र 118/2013 धारा 302,34 ता.हि. के अंतर्गत अपराध थाना सिहोनियां दर्ज होकर प्रकरण में तत्समय आरोपियों की गिरफ्तारी कर सभी आरोपीयों के विरुद्ध चालान माननीय प्रथम अपर सत्र न्यायालय अम्बाह में प्रस्तुत किया गया था. जिसमें सभी आरोपी तत्समय करीब 5 साल जेल में रहकर माननीय न्यायालय से जमानत पर थे.

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घटना के बाद से ही गजेन्द्र सिंह के परिवार के लोग पुनः झगड़े की आशंका को लेकर घटना के बाद वर्ष 2013 से ही गांव लेपा में नहीं रहते थे. आरोपियों के जमानत पर आने के बाद भी सभी परिवार वाले मुरैना ग्वालियर और अहदाबाद गुजरात में अपने परिवारों को लेकर रह रहे थे. लेकिन गांव और परिवार के रिश्तेदारों की मध्यस्थता से दोनों पक्षों में आपसी राजीनामा करीब 2 साल पूर्व होने पर मृतक परिवार वापस गांव लौटा था. तभी पहले से घात लगाए बैठे आरोपियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी और इस खूनी खेल में 6 लोगों की जान चली गई.

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