शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश में हाल ही में हुए पंचायत और निकाय चुनाव के बाद अब सरकारी कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव कराने की मांग तेज हो गई है। NSUI और ABVP दोनों ने सरकार से जल्द ही प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराने की मांग की है। साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

एबीवीपी की प्रांत मंत्री शालिनी वर्मा का कहना है कि छात्र संघ चुनाव को हुए 5 साल हो गए हैं। सरकार जल्द प्रत्यक्ष प्रणाली के तहत छात्र संघ चुनाव करवाये। जिससे नया नेतृत्व सामने आए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनकी मांग नहीं मानी तो एबीवीपी सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगी।

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वहीं एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे ने कहा कि बीजेपी सरकार छात्र राजनीति खत्म करना चाहती है। पुत्र मोह के कारण युवाओं को राजनीति से दूर रखा जा रहा है। बीजेपी युवाओं के राजनीति में आने से डरती है। नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव समेत सभी कार्य किए जा रहे हैं। बस छात्र चुनाव से डर है। उन्होंने कहा कि बहाना बनाकर छात्रों की आवाज को बीजेपी दबाना चाहती है। जबकि बीजेपी के बड़े नेता सभी छात्रों की राजनीति से निकले हैं। एनएसयूआई-कांग्रेस के कार्यकर्ता चुनाव कराने की मांग को लेकर उग्र आंदोलन करेंगे।

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छात्र संघ चुनाव हुए हो गए 5 साल

बता दें मध्यप्रदेश के सरकारी कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव हुए 5 साल हो गए हैं। साल 2017 में अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव हुए थे, उसके बाद कोरोना के कारण चुनाव नहीं हो सके थे। वहीं हाल में इसको लेकर उच्च शिक्षा मंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा था कि अभी कोरोना का तीसरा चरण चल रहा है। स्थित सामान्य होते ही सीएम से इस बारे में बात करेंगे, उसके बाद ही आगे का फैसला लिया जाएगा।

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