दीपक कौरव, नरसिंहपुर। मध्यप्रदेश में रेत माफियाओं के हौसले बुलंद है। रेत माफिया निडर होकर नर्मदा नदी से बेतहाशा अवैध उत्खनन कर रहे हैं। इनमें कार्रवाई का न तो कोई खौफ नजर आता है और न ही कोई डर है। अवैध उत्खनन करने वालों को बड़े लोगों का संरक्षण प्राप्त है। जिसकी वजह से रेत के अवैध कारोबार पर लगाम नहीं लग रही है।

दरअसल, मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले में इस समय बेतहाशा अवैध रेत उत्खनन बदस्तूर जारी है। जब-जब मध्यप्रदेश में रेत के अवैध उत्खनन की बात उठी है, तो नरसिंहपुर जिला इससे अछूता नहीं रहा है। एक बार फिर अब नरसिंहपुर जिले से गुजरने वाली नर्मदा नदी से लेकर इसकी सहायक नदियों में बेतहाशा रेत का अवैध उत्खनन जोरों पर है।

MP से दिल्ली तक साइकिल यात्रा: जल, जमीन और पर्यावरण को बचाने का संदेश, बीजेपी विधायक ने साइकिल चलाकर किया उत्साहवर्धन

रेत के अवैध उत्खनन को लेकर नर्मदा नदी से आस्था रखने वाले लोग चिंता व्यक्त कर चुके हैं और कई जगह पर शिकायतें भी की जा चुकी हैं, लेकिन प्रशासन है कि इस पर कोई कारगर कदम नहीं उठाता। इतना ही नहीं नर्मदा नदी में हो रहे अवैध खनन को लेकर जब हमने जिले के खनिज अधिकारी से जानने की कोशिश की तो उन्होंने भी कैमरे पर कुछ भी कहने से साफ मना कर दिया।

MP में बिजली कंपनी की बड़ी कार्रवाई: 12 आउटसोर्सिंग कर्मचारी को नौकरी से निकाला, 121 कर्मचारियों का काटा वेतन

सूत्रों की माने तो नर्मदा नदी में चल रहे अवैध उत्खनन में जो लोग संलिप्त हैं, उन पर कई बड़े लोगों के संरक्षण देने का भी आरोप लगते आ रहे हैं। शायद यही वजह है नरसिंहपुर जिले में रेत के अवैध कारोबार पर लगाम नहीं लग सकी हैं।

क्षमता 4 की और सवार 35 लोग… मानो ऑटो नहीं ट्रक हो, देखिए यातायात नियमों को धता बताने वाला VIDEO

नरसिंहपुर जिले में नर्मदा नदी के पवित्र तट जिसे भगवान ब्रह्मा की तपोस्थली कहा जाता है, जिससे लाखों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। उस घाट से भी रात को बेतहाशा रेत का अवैध उत्खनन होता है। इससे बावजूद भी प्रशासन कोई कारगर कदम नहीं उठा रहा हैं, जो समझ के परे है।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus