हेमंत शर्मा, इंदौर। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद इंदौर में कालाबाजारी रोकने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी में एडिशनल एसपी रैंक के अधिकारी होंगे, जो सोशल मीडिया की भी निगरानी करेंगे। इसकी जानकारी आईजी हरिनारायण चारी मिश्रा ने दी।
प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच जीवन रक्षक सामग्रियों की कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है। इंजेक्शन से लेकर ऑक्सिफ्लोमीटर सब कुछ कई गुना दाम पर मुनाफा खोर बेच रहे हैं। कोरोना आपदा पर हाईकोर्ट स्वतः संज्ञान के साथ ही कई याचिकाओं की सुनवाई कर रहा है। शुक्रवार को सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने मध्य प्रदेश के डीजीपी को सभी शहरों में स्पेशल टीम बनाने का निर्देश दिया था।
जिसके बाद इंदौर में एसआईटी का गठन हो गया है। एसआईटी में टीआई और सीएसपी रैंक के 7 अधिकारी होंगे जो कि सोशल मीडिया के साथ ही दवा व्यवसाय से संबंध रखने वाले लोगों के ऊपर भी निगाह रखेंगे। इस टीम का नेतृत्व की जिम्मेदारी एडिशनल एसपी रैंक के अधिकारी को दी गई है।
आपको बता दें इंदौर में कालाबाजारी के मामलों में अब तक 1 दर्जन एफआईआर दर्ज हुई है, जिसमें अब तक 17 आरोपियों पर रासुका की कार्रवाई हो चुकी है।
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