सदफ हामिद, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर विरोध- प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल करने के बाद सियासत में भूचाल आ गया है. कांग्रेस ने इसकी घोर निंदा की है. पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव समेत तमाम कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अरुण यादव ने ट्वीट करते हुए घटना की निंदा की है. उन्होंने सीएम शिवराज सिंह से कार्रवाई करने की मांग की है. जानिए सिलसिलेवार तरीके से पूरा मामला…

दिग्विजय और DIG की तीखी बहस

रविवार को राजधानी भोपाल में प्रदर्शन करने गए पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की डीआईजी इरशाद वली से तीखी बहस हो गई. दिग्विजय सिंह ने कहा कि RSS ने पार्क में शिलान्यास किया तो हम दीवार को तोड़ देंगे. जिसका जवाब देते हुए डीआईजी इरशाद वली ने भी कहा कि हम आप पर नजर रखेंगे. जिसके जवाब में दिग्विजय सिंह ने कहा कि आप नजर रखिए, हम भी आप पर नजर रखे हुए हैं. जिसके बाद पुलिस ने लाठी भांजते हुए दिग्विजय सिंह समेत कांग्रेस नेताओं पर वाटर कैनन चला दिया.

अरुण यादव ने की घोर निंदा

अरुण यादव ने ट्विट करते हुए कहा कि ”भाजपा सरकार भोपाल के गोविंदपुरा में पार्क की जमीन RSS को दे रही है, जब इसका विरोध करने पूर्व मुख्यमंत्री आदरणीय दिग्विजय सिंह जी कांग्रेस साथियों के साथ गए तो पुलिस ने वाटर कैनन एवं लाठीचार्ज किया. कांग्रेस इस कृत्य की घोर निंदा करती है, शिवराज जी दोषियों पर कार्रवाई कीजिए.”

शिवराज का दमन: कांग्रेस

मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भी घटना पर शिवराज सरकार को घेरा है. कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए इसे शिवराज का दमन बताया. कांग्रेस ने कहा, ”पार्क की ज़मीन आरएसएस को देने का विरोध करने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं पर शिवराज ने वॉटर कैनन का उपयोग कर ब्रिटिश राज की याद दिला दी. शिवराज जी, प्रदर्शन लोकतंत्र में प्रदत्त अधिकार है, आपके दमन से कांग्रेसी डरने वाले नहीं.”

कल के बाद परसों भी आता है: नाथ

घटना के बाद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी शिवराज सरकार पर नाराजगी जाहिर की है. कमलनाथ ने भी घटना को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने कहा, ”शिवराज सरकार गोविंदपुरा में पार्क की जमीन आरएसएस से जुड़ी संस्था को 1 रुपए मे दे रही है. इस कृत्य का प्रजातांत्रिक तरीक़े से विरोध करने पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह जी और दूसरे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया.” कमलनाथ ने आगे चेतावनी देते हुए कहा, ”शिवराज जी, ये मत भूलिए कि कल के बाद परसों भी आता है.”

घटना के बाद मामू पर बरसे दिग्गी

पूरी घटना के बाद राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने भी सरकार पर जमकर बरसे हैं. दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट में कहा, ”गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र का पार्क जिसमें मैंने, बाबूलाल जी गौर ने स्वयं शिवराज मामू ने पौधे लगाए, उसे मामू ने लघु एवं मध्यम उद्योग भारती को औद्योगिक क्षेत्र असोसिएशन के विरोध के बाद भी करोड़ों की भूमि 1 रुपए में दे दी. यह एक मात्र पार्क है. जिसमें मज़दूर दोपहर में भोजन करते हैं. उन्होंने आगे कहा, ”यह BHEL के Ancillaries निर्माण का औद्योगिक क्षेत्र है, जिसे डॉ शंकर दयाल जी शर्मा के आग्रह पर तत्कालीन प्रधानमंत्री पं जवाहरलाल नेहरू जी ने स्वीकृत किया था. भाजपासंघ की ज़मीनों की भूख अपार है, लेकिन कॉंग्रेस पार्टी मज़दूर, छोटे एवं मध्यम उद्योग पतियों के साथ हैं और इस आबंटन को अदालत से निरस्त करा कर रहेंगे.”

दिग्विजय सिंह ने कहा कि हम दादागिरी का विरोध कर रहे हैं. हमने सीएम से मुलाकात का समय मांगा लेकिन सीएम ने समय नहीं दिया. यह पूरी तरह से आसंवैधानिक है. वाटर कैनन चला दिया, लेकिन लड़ाई खत्म नहीं हुई. इंडस्ट्रियल एसोसिएशन हमारे साथ है. शिलान्यास सरकार ने ज़रूर कर दिया लेकिन हम शिलान्यास का पत्थर तोड़ देंगे.

राजा बाजा बजाने में माहिर: BJP

दिग्विजय सिंह के ऊपर वाटर कैनन चलाने के बाद सियासत भी तेज हो गई. मामले को लेकर बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी एक ट्विट किया है. रामेश्वर शर्मा ने कहा, दिग्विजय सिंह का प्रदर्शन शिवराज सिंह चौहान के विरोध में नहीं बल्कि कमलनाथ को कार्यकर्ताओं के सामने कमजोर बताने की चाल है. उन्होंने कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि हमारे कल परसों की चिंता छोड़िए, आप अपने आज पर ध्यान दीजिए. आप अच्छे से जानते हैं कि राजा बाजा बजाने में माहिर हैं.

मामले में दिग्विजय समेत 10 लोगों पर FIR

बता दें कि पूी घटना के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विज सिंह के खिलाफ अशोका गार्डन थाने में एफआईआर भी दर्ज हो गई. यह एफआईआर कोरोना आपदा के दौरान धरना प्रदर्शन और शासकीय आदेशों का उल्लंघन करने पर हुई है. मामले में दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा समेत 10 लोगों पर नामजद एफआईआर हुई है. साथ ही 200 अन्य लोगों पर भी मामला दर्ज हुआ है. हालांकि बाद में वीडियो ग्राफी से पहचान कर नामजद की कार्रवाई की जाएगी.

जानिए हंगामा है क्यों बरपा

दरअसल ये हंगाम इसलिए बरपा, क्योंकि कांग्रेस इसी इंडस्ट्रियल एरिया में RSS की लघु उद्योग भारती संस्था को कार्यालय बनाने के लिए 10 हजार वर्ग फुट जमीन के आवंटन का आरोप लगाते हुए विरोध कर रही थी. वहीं उसके दूसरी तरफ पार्क में लघु उद्योग भारती के कार्यालय का भूमिपूजन पूजन किया जा रहा था. जिसके चलते पुलिस प्रशासन ने भारी बैरिकेंडिंग लगाकर दिग्विजय सिंह समेत कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया. जिस जमीन पर ये पूरा हंगामा हुआ उस पर जहां एक तरफ कांग्रेस के कार्यकर्ता पुलिस वैरिएंट्स के दूसरी तरफ विरोध कर रहे थे तो, वहीं वैरिएंट्स के दूसरी तरफ उसी वक्त पार्क की जमीन पर लघु उद्योग भारती के कार्यालय का भूमिपूजन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और गोविंदपुरा विधानसभा से बीजेपी विधायक कृष्णा गौर कर रही थीं. जहां बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता भी मौजूद थे.

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