पुष्पलेश द्विवेदी, सिंगरौली। मध्यप्रदेश के सिंगरौली शहर में बाजार बैठकी टैक्स माफी को लेकर राजनीतिक बाजार गरमा गया है। मेयर, अध्यक्ष और विधायक के बीच जुबानी जंग जारी है। एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गया है। आज से परिषद की बैठक होगी, जिसमें हंगामा होने के आसार हैं।

दरअसल, सिंगरौली जिले में नगर सरकार बनने के बाद से आज तक परिषद की बैठक न होने का सारा ठीकरा निगम अध्यक्ष देवेश पांडे ने मेयर पर फोड़ दिया है। उनका सीधा आरोप है कि मेयर नगर विकास के कार्यों में बाधा बन रही है। जिससे शहर का विकास सड़क, नाली, पानी, बिजली जैसे मुख्य जरूरी काम नहीं हो पा रहे हैं। बैठक न होने से परिषद को बजट अलॉट नहीं हो पा रहा है। अध्यक्ष ने ये भी कहा कि आज से बैठक शुरू होनी है, लेकिन मेयर और उनकी पार्टी के लोग इस बैठक का बहिष्कार करेंगे।

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इधर सिंगरौली बीजेपी विधायक राम लल्लू वैश्य ने मेयर रानी अग्रवाल और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि नगरीय चुनाव के बीच दिल्ली मुख्यमंत्री और स्थानीय मेयर ने लोगों को लॉलीपॉप भरी घोषणाएं सुना कर जीत हासिल कर ली, लेकिन उसे पूरा नहीं कर पा रही। इसका सारा ठीकरा भाजपा के ऊपर फोड़ रही है। लोगों को गुमराह कर रही है। यदि बाजार बैठकी माफ ही करानी है तो बाजार बैठकी का टैक्स वो स्वयं अपने से खुद नगर निगम में जमा कर दे तो बाजार बैठकी माफ हो जाएगी।

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वहीं अध्यक्ष और विधायक पर पलटवार करते हुए नगर निगम की मेयर रानी अग्रवाल ने कहा कि बाजार बैठकी टैक्स माफी एक सार्वजनिक और लोगों के हित का मुद्दा है। इसे परिषद की बैठक में शामिल करने के लिए एमआईसी के सदस्यों से चर्चा के बाद भेजा गया था। लेकिन निगम आयुक्त पवन सिंह स्थानीय भाजपा सरकार और प्रदेश भाजपा सरकार के दबाव में आकर एजेंडे को प्रस्ताव में शामिल नहीं किया है। जो न्याय संगत नहीं है।

इसके साथ ही उन्होंने विधायक पर पलटवार करते हुए कहा कि जो भी प्रदेश में नेता मंत्री और विधायक घोषणा कर चुनाव लड़ते हैं तो क्या वह अपनी घोषणा पूरी करने के लिए अपने जेब से पैसे खर्च करते हैं। यदि वह अपनी घोषणा पूरी करने के लिए खुद पैसे जेब से दे, तो हम भी अपनी घोषणा को पूरी करने के लिए पैसे देने और टैक्स भरने के लिए तैयार है।

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