अमित पवार, बैतूल। शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में तहसीलदार द्वारा ट्रैक्टर (Tractor) चलाने का मामला सामने आया है। दरअसल कार्रवाई के लिए वक्त पर ट्रैक्टर चलाने ड्राइवर (Driver) नहीं मिला तो तहसीलदार (Tahsildar) ने खुद ही ट्रैक्टर चलाकर खेत की खड़ी फसल (standing crop of the field) उखाड़ी और (took possession) आधिपत्य लिया।

जानकारी के अनुसार साढ़े तीन एकड़ शासकीय जमीन पर कब्जा कर एक व्यक्ति खेती कर रहा था। कार्रवाई के लिए
जब राजस्व अमला पहुंचा तो ट्रैक्टर चलाने ड्राइवर नहीं था। फिर क्या था समय बचाने और कार्रवाई को अंजाम देने के लिए तहसीलदार अशोक कुमार डेहरिया ने खेत पर खुद ही ट्रैक्टर चलाकर अतिक्रमण हटाया।

Read More: MP राष्ट्रीय युवा दिवस: भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में युवाओं ने किया सूर्य नमस्कार, केंद्रीय मंत्री और सांसद भी हुए शामिल, NSUI ने विवेकानंद के आदर्शों पर चलने का लिया संकल्प

बताया जाता है कि इस दौरान 40 लाख कीमत की शासकीय जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। मामला जिले के घोड़ाडोंगरी तहसील के खमालपुर गांव का है।

Read More: एमपी में बदमाश बेखौफः आधी रात आधा दर्जन गुंडों ने ढाबा में मचाया जमकर उत्पात, की जमकर तोड़फोड़, वारदात सीसीटीवी में कैद

Read More: MP; वित्तीय अनियमितता: कलेक्टर ने स्कूल के अकाउंटेंट और लेखा शाखा प्रभारी को किया सस्पेंड, हॉस्टल अधीक्षिका को भी हटाया

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus