रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप राज्य में वन विभाग द्वारा 20 जुलाई को हरेली पर्व पर विशेष अभियान चलाकर गौठानों में 2 लाख 84 हजार पौधों का रोपण किया जाएगा। इन पौधों का रोपण गांवों में अब तक बनाए गए समस्त दो हजार 408 गौठानों में किया जाएगा।

वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि गौठानों में वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत फलदार और लघुवनोपज पर आधारित पौधों को शामिल किया गया है। उन्होंने सभी के सहयोग से कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए वन विभाग को आवश्यक निर्देश दिए है। वन विभाग के प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार गौठानों में वृक्षारोपण कार्यक्रम के लिए वन विभाग द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। इस संबंध में प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि इसके तहत हरेली त्यौहार के दिन गौठानों में आम, बरगद, पीपल, नीम, इमली, आंवला, हर्रा, बहेड़ा तथा चिरौंजी आदि प्रजाति के फलदार तथा लघुवनोपज आधारित पौधों का रोपण किया जाएगा।

गौठानों में फलदार तथा लघुवनोपज पौधों का रोपण होने से जहां पर्यावरण सुधार को बल मिलेगा, वहीं गौठान छायादार होंगे और वहां मवेशियों को रखने में भी सुविधा होगी। इसके लिए गौठानों में और अलग से शेड बनाने की भी जरूरत नहीं होगी। साथ ही गौठानों में फलदार और लघुवनोपज पर आधारित पौधों के रोपण होने से आगे लोगों को इन वृक्षों के उपज का भी भरपूर लाभ मिलेगा। गौठानों में कार्यरत् स्व-सहायता समूहों अथवा गौठान समितियों के महिलाओं तथा पुरूषों को विभिन्न व्यवसायिक गतिविधियों के संचालन के साथ ही लघुवनोपजों का औषधि निर्माण सहित प्रसंस्करण आदि कार्य का बेहतर अवसर मिलेगा। इस तरह राज्य में शासन द्वारा चलाए जा रहे महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी‘ सहित ‘गोधन न्याय योजना‘ आदि के सफल संचालन में गौठानों का वृक्षारोपण कार्यक्रम भी महत्वपूर्ण साबित होगा।