रोहित कश्यप, मुंगेली। धीमी गति से धान उठाव और बारदाने की किल्लत की वजह से जिले में धान खरीदी प्रभावित होने लगी है. आलम यह है कि जिले के दर्जन भर से ज्यादा धान उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी बंद होने की कगार पर है. स्थिति देख समिति कर्मचारी पड़ोसी जिलों के लिए डीओ काटने की मांग करने लगे हैं. इसे भी पढ़ें : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में केवल 11 दिन शेष, प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष अनुष्ठान शुरू कर भक्तों को दिया यह संदेश…

हालांकि, डीएमओ शीतल भोई का दावा है कि खरीदी की लिमिट बढ़ने से धान की आवक अचानक से बढ़ी है, इस वजह से धान उठाव की समस्या निर्मित हुई है. लेकिन विभाग की ओर से क्षमता से अधिक उठाव किया जा रहा है. वहीं समिति कर्मचारियों का कहना है कि विपणन विभाग को पहले से ही सुचारू उठाव के लिहाज से इंतजाम करना चाहिए था, क्योंकि लिमिट बढ़ने को लेकर चर्चा तो पहले से ही थी.

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वहीं डीओ काट लेने के बाद विभाग का काम खत्म नहीं होता. राइस मिलर्स जो डीओ काटने के बावजूद धान नहीं उठा रहे हैं, उस पर नकेल कसने की जरूरत है. समिति कर्मचारियों का यह भी आरोप है कि राइस मिलर्स चहेते धान उपार्जन केन्द्रों में उठाव करने में ज्यादा रुचि लेते हैं, जिसके चलते ऐसी स्थिति निर्मित होती है.

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सहकारिता विभाग के अधिकारी हितेश कुमार श्रीवास ने कहा कि धान का पर्याप्त उठाव नहीं होने व बारदाने की कमी की शिकायत प्राप्त हो रही है. धान खरीदी किसी भी स्थिति में बन्द नहीं होगी. वैकल्पिक व्यवस्था कर धान की खरीदी की जाएगी. वहीं कलेक्टर राहुल देव ने कहा कि धान उठाव की समस्या का समीक्षा लगातार किया जा रहा है. किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. किसानों का एक-एक दाना खरीदा जाएगा.

इन केंद्रों में ज्यादा समस्या

लल्लूराम डॉट कॉम न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक, धान जाम की सबसे ज्यादा स्थिति डिंडौरी, अखरार, तेलियापुरान, सुरेठा, लोरमी, डोंगरिया, गोंडखाम्ही, खुड़िया, चंदली, पंडरभठ्ठा, पैजनिया, धरमपुरा में धान जाम की स्थिति है.