संतोष गुप्ता, जशपुर. अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी संघ ने शनिवार को शहर में जंगी रैली निकालकर कलेक्टर के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. जिलेभर के स्कूलों में सफाई का काम करने वाले अंशकालीन कर्मचारी पिछले तीन दिनों से शहर के रणजीता स्टेडियम के पास धरने पर बैठे हैं. कर्मचारी अपनी मांगो को लेकर पिछले तीना दिनों से अपनी आवाज बुंलद कर रहे है. इनकी पहली मांग है अंशकालीन को पूर्ण कालीन करते हुए प्रत्येक माह कलेक्टर दर पर वेतन दिया जाये वहीं दूसरी मांग है युक्तियुक्तकरण के तहत जिले में बंद किये गये स्कूलों के अंशकालीन कर्मचारियों को पुनः जिले के किसी भी स्कूल में नियुक्ति प्रदान किया जाये.

सफाई कर्मचारी अपनी जायज मांगो को लेकर रैली और धरना प्रदर्शन करते रहे है. जिलेभर के सफाई कर्मचारी अपनी मांगो को लेकर 27 सितम्बर से धरने पर बैठे हैं. सफाई कर्मचारियों ने बताया कि माह भर काम करने के बदले उन्हें मात्र 2113 रूपये का मानदेय मिलता है.   सफाई कर्मचारियों ने आज अपनी मांगो को लेकर रैली धरना स्थल रणतीजा स्टेडियम से निकालकर सिटी  कोतवाली के सामने से होते हुए जय स्तंभ चैक, महाराजा चैक, पुरानी टोली होते हुए कलेक्टोरेट के मेन गेट के सामने पहुंची. कलेक्टोरे मेन गेट के सामने रैली में शामिल सफाई कर्मचारियों को पुलिस वालो के द्वारा रोक दिया गया. इसके बाद संघ के जिलाध्यक्ष समेत पांच पदाधिकारियों को ज्ञापन सौपने के लिये कलेक्टोरेट के भीतर जाने दिया गया. इस बीच कलेक्टोरेट  मेन गेट पर सफाई कर्मचारी कलेक्टर दर लेकर रहेंगे, प्रदेश सरकार होंश में आओ के नारे लगाए. मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने के बाद  रैली पुनः धरना स्थल पर पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई.

कष्ट में बीत रहा है जीवन

जिले के स्कूलों में सफाई  का काम करने वाले कर्मचारियों ने बताया कि 2113 रूपये की छोटी रकम में उनका परिवार नहीं चल पा रहा है. पैसे के अभाव में जीवन कष्ट में बीत रहा है. स्कूलो में दो घंटे काम करने का नियम हैं लेकिन स्कूल के हेड मास्टर एसं प्रार्चायों के द्वारा दो घंटे से अधिक काम लिया जाता है. कर्मचारियों ने बताया के उनहें स्कूलो में झाड़ू पोछा, पानी भरने के अलावा टायलेट की सफाई भी करनी पड़ती है.

मांगे पूरी नहीं होने पर मतदान करने का बहिष्कार

जिले के प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में लगभग तीन हजार के आस-पास सफाई कर्मचारी हैं वहीं पूरे प्रदेष में 65 हजार सफाइ कर्मचारी है. सफाई कर्मचारियों का कहना है कि चुनाव से पहले यदि उनकी मांगो को पूरा नहीं किया गया तो वे आने वाले विधानसभा चुनाव में मतदान नहीं करेंगे. उनका स्पष्ट कहना है कि वे भाजपा के पक्ष में मतदान नहीं करेंगे.

ज्ञापन लेने नहीं मिला कोई जिम्मेदासर अधिकारी 

सफाई कर्मचारियो की रैली जब कलेक्टोरेट गेट के सामने पहुंची वहां उन्हें कलेक्टोरे के भीतर जाने से रोक दिया गया. पांच लोगो को कलेक्टोरेट के भीतर जाने की अनुमति मिली. सफाई कर्मचारी कलेक्टर डा प्रियंका शुक्ला के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपना चाहते थे लेकिन कलेक्टोरेट में न तो कलेक्टर मिली और न ही कोई जिम्मेदार अधिकारी. कोई जिम्मेदार अधिकारी के नहीं होने से सफाई कर्मचारी संघ ने कलेक्टर के स्टेनो अजय सिह ठाकुर को ज्ञापन की कापी देकर धरना स्थल लौट गये.