चंडीगढ़। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुए करीब एक महीने हो गए. उनकी हत्या 29 मई को की गई थी. अब सिद्धू मूसेवाला के करीबी शगनप्रीत को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली है. शगनप्रीत ने हाईकोर्ट से विक्की मिद्दूखेड़ा कत्ल केस में अग्रिम जमानत मांगी थी. शगन के वकील ने कहा कि शुरुआत में इस केस में उसका नाम नहीं था, लेकिन पुलिस ने बाद में उसका भी नाम शामिल कर लिया. हालांकि हाईकोर्ट ने कहा कि यह काफी विवादित मामला है. इस मामले में मिद्दूखेड़ा मर्डर केस की स्टेटस रिपोर्ट मांगी गई है.

विक्की मिद्दूखेड़ा की पिछले साल हुई थी हत्या

शगनप्रीत ने लॉरेंस और गोल्डी बराड़ से बताया था अपनी जान को खतरा

बता दें कि शगनप्रीत ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से खुद की जान को खतरा बताया था. हाईकोर्ट के पूछने पर शगनप्रीत के वकील ने उसके ऑस्ट्रेलिया में होने की जानकारी दी. इस पर हाईकोर्ट ने कहा कि वह अभी देश से बाहर है, तो खतरा कैसे ? इस पर शगनप्रीत के वकील ने कहा कि वह भारत वापस आना चाहता है. हालांकि वह भारत आएगा, इसे लेकर कोई एफिडेविट दाखिल नहीं किया गया. जिसके बाद हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई 4 जुलाई तक के लिए टाल दी गई है.

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पिछले साल हुई थी विक्की मिद्दूखेड़ा की हत्या

गौरतलब है कि पिछले साल अगस्त महीने में मोहाली में युवा अकाली नेता विक्की मिद्दूखेड़ा का कत्ल हो गया था. इसमें मूसेवाला के करीबी शगनप्रीत का नाम भी सामने आया था. तब यह कहा गया कि दिल्ली पुलिस की जांच में उसका संबंध मिद्दूखेड़ा की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले गैंगस्टर कौशल चौधरी के शार्प शूटर्स से है. उसने शार्प शूटर्स को पनाह और गाड़ी दी. इधर मर्डर केस में नाम सामने आने के बाद ही शगनप्रीत अचानक ऑस्ट्रेलिया चला गया. तब से वह भारत नहीं लौटा है. मूसेवाला की हत्या करने वाले लॉरेंस गैंग को भी शक है कि शगनप्रीत को मूसेवाला ने ही ऑस्ट्रेलिया भागने में मदद की थी. लॉरेंस बिश्नोई ने मिद्दूखेड़ा की हत्या के बाद कसम खाई थी कि वो सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर देगा.

मूसेवाला हत्याकांड में जग्गू भगवानपुरिया को पंजाब पुलिस लेकर आई

गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के बाद कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया को भी ट्रांजिट रिमांड पर पंजाब पुलिस मानसा लेकर आई. पंजाब पुलिस अब उससे पूछताछ करेगी. गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया पर भी मूसेवाला हत्याकांड में शामिल होने का शक है. हालांकि जग्गू की मूसेवाला से कोई दुश्मनी नहीं है. लेकिन लॉरेंस ने पहले उसकी मदद की थी, जिसके बदले जग्गू पर लॉरेंस को शार्प शूटर और हथियार मुहैया कराने का शक है. इसका खुलासा होने पर पंजाब पुलिस बुधवार को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट गई. वहां से गिरफ्तारी और ट्रांजिट रिमांड लेकर कल देर रात पुलिस उसे मानसा लेकर पहुंची.

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गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली थी मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी

जग्गू भगवानपुरिया भी गैंगस्टर लॉरेंस सिंडिकेट का मेंबर है. गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गैंग ने ही मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है. पंजाब पुलिस और दिल्ली पुलिस लॉरेंस को मूसेवाला हत्याकांड का मास्टरमाइंड बता चुकी है. लॉरेंस ने कॉलेज फ्रैंड और युवा अकाली नेता विक्की मिद्दूखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए मूसेवाला की हत्या कराई. लॉरेंस पहले ही पंजाब पुलिस की कस्टडी में है. जग्गू भगवानपुरिया को कुछ समय पहले दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने रिमांड पर लिया था. उसने पूछताछ में बताया कि वह तिहाड़ जेल में लॉरेंस के साथ एक बैरक में बंद थे, तब उसकी कनाडा बैठे लॉरेंस गैंग के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से बात होती थी.

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29 मई को हुई थी सिद्धू मूसेवाला की हत्या

पंजाबी भाषा के सबसे प्रसिद्ध गायकों में से एक 28 वर्षीय सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह एक कार में यात्रा कर रहे थे और 6 हमलावरों ने पंजाब में मानसा जिले के जवाहरके गांव में 30 से अधिक गोलियां चलाईं. सिद्धू मूसेवाला अपनी महिंद्रा थार एसयूवी की ड्राइविंग सीट पर खून से लथपथ पाए गए, जबकि कार में सवार दो और लोग, सिद्धू के दोस्त, गुरविंदर सिंह और गुरप्रीत सिंह को भी गोली लगी, लेकिन वे बच गए.