शास्त्रों में शनि देव को न्याय का देवता बताया गया है. इसका अर्थ ये है कि शनि देव जातक को कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं. जिस जातक पर शनि की शुभ दृष्टि होती है, उन्हें हर क्षेत्रों में सफलता प्राप्त होती है. जिन पर शनि देव की अशुभ दृष्टि होती है, उन्हें कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. शनि देव को प्रसन्न करने के लिए आज यानी शनि जयंती पर्व को बहुत ही लाभकारी माना जाता है. आज के दिन कुछ विशेष उपायों को करने से शनि ढैय्या और शनि की साढ़ेसाती का अशुभ प्रभाव कम किया जा सकता है.

वर्तमान समय में पांच राशियां ऐसी हैं, जिन पर शनि की कुदृष्टि बनी हुई है. कर्क और वृश्चिक राशि की कुंडली में शनि ढैय्या चल रही है. मकर, कुंभ और मीन राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव पड़ रहा है. ऐसे में इन जातकों को शनि देव से जुड़े कुछ विशेष चीजों का दान अवश्यक करना चाहिए.

ऐसे कम करें प्रभाव

कर्क और वृश्चिक राशि के जातक शनि जयंती के दिन खिचड़ी का दान अवश्य करें. इसके साथ इस दिन काले उड़द, सरसों का तेल और गुड़ का दान करने से भी जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है. साथ ही शनि ढैय्या के अशुभ प्रभाव से बचा जा सकता है.

शनि की साढ़ेसाती से बचने का उपाय

इस समय शनि की साढ़ेसाती का अशुभ प्रभाव मकर, कुंभ और मीन राशि के जातकों पर पड़ रहा है. ऐसे में शनि जयंती के दिन शनि देव की कृपा दृष्टि पाने के लिए हल्का सरसों को मिलाकर स्नान करें. साथ ही दीपक में काला तिल और लोहे का छोटा टुकड़ा डालकर जलाना चाहिए. ऐसा करने से शनि के अशुभ प्रभाव से बचा जा सकता है.