बिलासपुर. कोटा पुलिस ने 6 साल के मासूम की अपहरण की गुत्थी को सिर्फ 36 घंटे में सुलझा ली. पुलिस ने इस दौरान अपहरण करने वालो को घेराबंदी कर पकड़ लिया.

जानकारी के मुताबिक कोटा थाने के ग्राम परसदा गांव में रहने वाली कुमारी मानिकपुरी ने तीसरी शादी की थी. पहले पति की मौत के बाद कुमारी भाटापारा के लक्ष्मी दास मानिकपुरी के साथ रहने लगी थी. वह दो साल साथ में रही. लेकिन फिर उसकी मुलाकात कोटा में रहने वाले एक व्यक्ति से हो गई और उसने दूसरा विवाह कोटा के ग्राम परसदा में रहने वाले इस व्यक्ति के साथ कर लिया. उधर इससे लक्ष्मी दास मानिकपुरी नाराज हो गया.

उसने कुमारी का घर देख रखा था और सोमवार को वह भाटापारा से कोटा, कुमारी के घर पहुंचा. जहां उसकी 6 साल की बच्ची जो कि पहले पति से थी, उसे कुछ खिलाने के नाम पर अपने साथ ले लिया और बस में बैठकर डोंगरगढ़ चला गया. वहां बच्ची को घुमाता रहा.

इसी बीच कुमारी ने पुलिस को सूचना दी. सूचना के बाद पुलिस लक्ष्मी दास के फोन की लोकेशन लेनी शुरू की. बहुत देर बाद लक्ष्मीदास में फोन शुरू किया. तब पुलिस ने कुमारी से लक्ष्मीदास की बात कराई और उसी के साथ रहने का वादा करने कहा. इस बातचीत के बाद कुमारी ने लक्ष्मीदास को बिलासपुर स्टेशन आने को कहा. कुमारी से बात करने के बाद लक्ष्मीदास बच्ची को लेकर बिलासपुर स्टेशन पहुंचा जहां पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस ने इस आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 363 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. साथ ही बच्ची को उसकी मां के सुपुर्द कर दिया.

बताया जा रहा है कि बच्ची आरोपी को भली भांति जानती थी. इस वजह से वह उसके साथ चली गई थी. बच्ची ने बताया कि आरोपी के द्वारा उसे खाने पीने का लालच दिया था.

आरोपी अपहरण की हुई बच्ची से दो साल से भली भांति परिचित था. इस वजह से बच्ची का अपहरण के समय बच्ची भी आरोपी के साथ चली गई जैसा की बच्ची समझदार थी बच्ची ने बताया कि आरोपी के द्वारा उसे खाने पीने के सामान के साथ चॉकलेट भी दिया गया था।

कोटा थाना प्रभारी कृष्णकांत सिंह ने बताया की आरोपी लक्ष्मी दास ने कुमारी को चाकू से मारने और जहर खिलाने की धमकी भी दी थी. पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद जब लक्ष्मी दास की तलाशी ली, तो उसके पास से एक चाकू और चूहे मारने की दवाई मिली. जिसे पुलिस ने जप्त कर लिया है.