लखनऊ। छत्रपति शाहूजी महाराज कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक से जुड़ी बड़ी खबर है. मामले में STF ने शासन को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है. पाठक के खिलाफ भ्रष्टाचार में अब तक की गई जांच रिपोर्ट STF ने सरकार को सौंप दिया है.

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दरअसल, केस की जांच राज्य सरकार ने CBI से करवाने की सिफारिश की है. कमीशनखोरी की जांच CBI से करवाने की सिफारिश के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा है. CBI जांच की सिफारिश के बाद STF ने सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है.

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मामले में वीसी विनय पाठक के खिलाफ इंदिरानगर थाने में मुकदमा दर्ज है. जिसमें फर्म संचालक अजय मिश्रा भी शामिल हैं. मामले में अजय मिश्रा, अजय जैन और संतोष की गिरफ्तारी हो चुकी है. हालांकि सीबीआई ने अभी मामले में जांच शुरु नहीं की है.

गौरतलब है कि आगरा यूनिवर्सिटी में टेंडर के बदले कमीशनखोरी के मामले में फंसे प्रो. विनय पाठक पर जबरन बंधक बनवाकर पैसे वसूलने का आरोप है. पाठक ने अजय मिश्रा के साथ मिलकर कई अन्य बिलों को पास करने के नाम पर पीड़ित से रुपए वसूलते रहे.

आरोप है कि अजय मिश्रा ने इंटरनेशनल बिजनेस फार्म्स अलवर राजस्थान के खाते में करीब 73 लाख रुपए भी ट्रांसफर करवाएं थे. पीड़ित के मुताबिक अब तक उससे करीब 1.50 करोड़ रुपए की कमीशन ली गई है. वहीं इस मामले की जांच STF कर रही है.

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