सुकमा. मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के तीसरे चरण में जिले में 2254 मलेरिया पाज़िटिव पाए गए. 15 दिसंबर 2020 से इस वर्ष जनवरी 30 तक चले इस अभियान का उद्देश्य मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों से मलेरिया परिजिवी को नष्ट करना था.

अभियान के दौरान जिले के 215 ग्राम के 1.35 लाख लोगों की मलेरिया जांच की गई. जांच के लिए 280 दलों का गठन किया गया था जो जिले के 29,737 घरों तक तक पहुंचे. इस दौरान प्रत्येक ग्राम में स्वास्थ्य कार्यकर्ता व मितानिन द्वारा घर-घर जाकर जांच की गई व जांच के दौरान मलेरिया पॉजिटिव पाए गए लोगों का तत्काल इलाज शुरू किया गया.

मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के तहत सुकमा जिले में 2254 मलेरिया पाज़िटिव मिले.  लोगों में  वयस्क पुरुषों की संख्या 534 व महिलाओं की संख्या 612 है, जबकि 0 से 1 वर्ष के 61, 1 से 4 वर्ष के 340,  5 से 8 वर्ष के 364, और 9 से 14 वर्ष के 344 बच्चे पॉजिटिव पाए गए. अभियान में  लोगों को मलेरिया के बारे में जानकारी के साथ-साथ मलेरिया से बचाव के तरीके भी बताये गए जैसे- मलेरिया के मच्छर स्थिर जल में पनपते हैं. इसलिये अपने घर या आसपास पानी जमा न होने दें. जमा पानी में जला हुआ मोबिल ऑयल अथवा मिट्टी का तेल अवश्य डालें, और नालियों को साफ रखें.  अ

भियान के दौरान मेडिकेटेड मच्छरदानी उपयोग करने वाले 28,225 घर पाए गए व 22,648 घरों में कीटनाशक का छिड़काव भी किया गया. सीएमएचओ डॉ. सीबी प्रसाद बंसोड़ ने बताया मलेरिया पॉजिटिव पाए गए व्यक्तियों में मलेरिया के लक्षण पाए गए रोगीयों की संख्या केवल 1041 रही.

विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कोंटा ब्लॉक में सर्वाधिक 59,062 व्यक्तियों की जांच की गई जिसमें 853 व्यक्ति मलेरिया पॉजिटिव पाए गए. इसके अलावा छिंदगढ़ ब्लॉक के 52,151 व्यक्तियों की जांच में 1170 व्यक्ति पॉजिटिव मिले. वहीं सुकमा ब्लॉक में 24,466 व्यक्तियों की जांच के दौरान 231 व्यक्ति संक्रमित पाए गए.