लखनऊ. पूर्व मंत्री एवं सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या रामचरित मानस को लेकर दिए गए बयान के बाद एक ट्वीट किया है. जिसमें स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि महिलाओं, आदिवासियों और पिछड़ों के हक की बात कही. दलितों और पिछड़ों के सम्मान की बात कही तो संतों, महंतों, धर्माचार्यों का असली चेहरा सामने आया.

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स्वामी प्रसाद मौर्या ने ट्वीट करते हुए कहा, ”देश की महिलाओं, आदिवासियों, दलितों एवं पिछड़ों के सम्मान की बात क्या कर दी, मानो भूचाल आ गया. एक-एक करके संतो, महंतों, धर्माचार्यों का असली चेहरा बाहर आने लगा. सिर, नाक, कान काटने पर उतर आये. उन्होंने ने आगे कहा, ”कहावत सही है कि मुंह में राम बगल में छुरी. धर्म की चादर में छिपे, भेड़ियों से बनाओ दूरी.”

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बता दें कि रामचरितमानस की चौपाई पर बयान देकर समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य घिर गए हैं. साधु-संतों से लेकर हिंदू संगठनों, सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं ने भी स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. साधु-संतों ने उनकी सिर और जीभ काटने को लेकर इनाम का ऐलान किया है.

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