जम्मू. जम्मू कश्मीर के सुंजवां आर्मी कैंप आतंकी हमले में सुरक्षाबलों ने 4 आतंकियों को मार गिराया है, जबकि 2 जवान शहीद हो गए हैं. इस हमले में 9 लोगों के घायल होने की खबर है. इनमें से 2 की हालत गंभीर बताई जा रही है. हमले में सेना के जवान की बेटी भी घायल हो गई है.आतंकियों को मार गिराने के लिए शनिवार सुबह शुरू हुआ सेना का ऑपरेशन अब भी जारी है। सुंजवां आर्मी कैंप में एक से दो और आतंकियों के छिपे होने की आशंका जताई जा रही है. इस बीच आर्मी चीफ बिपिन रावत जम्मू पहुंचे हैं. उन्हेंं वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर हालात का जायजा लिया है.

आतंकियों के पास से भरी मात्रा में हथियार बरामद

जानकारी के मुताबिक आतंकियों के पास एके-56 राइफल और भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए हैं. कुल 26 में से 19 फ्लैट खाली करा लिए गए हैं. सेना कैंप के अंदर मौजूद आतंकियों को खदेड़ने के लिए ऑपरेशन तेज हो गया है. QRT की चार टीमों को आर्मी कैंप के अंदर भेजा गया है। ऑपरेशन के लिए पैरा कमांडो को भी तैनात कर दिया गया है. आइएएफ के पैरा कमांडो को उधमपुर और सरसाव से जम्मू बुलाया गया था. गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय पूरी घटना पर नजर बनाए हुए है.

जैश-ए-मोहम्मद ने ली हमले की जिम्मेदारी

इस बीच आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली है. डिफेंस पीआरओ ने बताया कि जैश-ए-मोहम्‍मद के आतंकियों के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है. ये ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा, जब तक सभी आतंकी मारे या पकड़े नहीं जाते. उन्‍होंने बताया कि अब तक 3 आतंकी ढेर किए जा चुके हैं. इनके पास से एके56 राइफल और भारी मात्रा में अन्‍य हथियार बरामद हुए हैं. इससे लगता है कि आतंकी किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने के लिए आए थे.

हमले का मास्टरमाइंड है आतंकी रउफ असगर

सुंजवां आतंकी हमले का मास्टरमाइंड रउफ असगर है. रउफ मौलाना जैश-ए-मोहम्मद का चीफ आतंकी मसूद अजहर का भाई है. फरवरी के पहले हफ्ते में रउफ ने भाई मौलाना मसूद अजहर के साथ हिजबुल के चीफ सैयद सलाउद्दीन से मिला था और 9 फरवरी को आतंकी अफजल गुरु की बरसी के दिन दोनों ने हमले को अंजाम देने के लिए मदद मांगी थी.

मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा

जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को उच्च स्तरीय बैठक कर आतंकी हमले से उत्पन्न हुए हालात की समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने मुठभेड़ में शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की. उनकी वीरता की प्रशंसा की और शोक संतप्त परिवारों के साथ सहानुभूति जताई. उन्होंने घायल सैनिकों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और अधिकारियों को उन्हें सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने का निर्देश दिया.

सुंजवां आर्मी कैंप में रहते है जवान और उनके परिजन

बता दें कि सुंजवां आर्मी कैंप में सेना के जवानों के हजारों क्वॉटर्स हैं। इसमें करीब तीन हजार जवान रहते हैं. यह जम्मू शहर में ही है।.बताया जा रहा है कि कैंप के पीछे की दीवार से कूदकर आतंकी अंदर दाखिल हुए. आतंकियों ने गार्ड्स के बंकर पर सबसे पहले फायरिंग शुरू की. आतंकी अभी भी कैंप के अंदर मौजूद है. रुक-रुककर अंदर से फायरिंग की आवाजें आ रही हैं. हमले में एक जवान की बेटी भी घायल हो गई है. वहीं, सेना शिविर के 500 मीटर के आसपास के सभी स्कूलों को जिला प्रशासन द्वारा बंद रहने निर्देश दिए गए हैं. बता दें कि साल 2006 में भी आतंकवादियों ने इसी सेना के स्टेशन पर हमला किया था. उस हमले में 12 जवान शहीद हो गए थे और सात अन्य घायल हो गए थे. वहीं दो आत्मघाती आतंकी भी माए गए थे.

9 से 11 फरवरी तक था रेड अलर्ट जारी

गौरतलब है कि संसद आतंकी हमले के आरोपी अफजल गुरू की 9 फरवरी को बरसी थी. वहीं 11 फरवरी को जेकेएलएफ के आतंकी मकबूल बट्ट की बरसी भी है. इसी के कारण पहले से ही 9 से 11 फरवरी तक के बीच रेड अलर्ट जारी किया गया था.