कपिल मिश्रा, शिवपुरी। मध्यप्रदेश में गुना और अशोकनगर में बाढ़ से हालात इतने बुरे हो चुके हैं कि लोगों को अपने गांवों से पलायन करना पड़ रहा है। प्रशासन ने भी ऐसे कई इलाकों को खाली करवाकर वहां पर बसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है। गुना और अशोकनगर में बाढ़ के चलते प्रशासन द्वारा पचावली गांव की निचली बस्तियों को पूर्णत: खाली करवा दिया। और उन्हे पचावली स्थित हाई स्कूल में शिफ्ट करा दिया है।

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आदिवासी बस्ती के करीब डेढ़ सौ लोगों को बाढ़ से निकालकर हाई स्कूल में शिफ्ट कराया गया है। लेकिन इन लोगों की मुसीबतें कम होने की बजाए और भी बढ़ गई है। सिंध नदी में पानी अचानक इतना बढ़ गया की पुराने पुल से पानी 15 फीट ऊपर हो गया जबकि नया पुल पर कुछ फ़ीट कम है। जिससे हाईस्कूल के चारों तरफ पानी ही पानी हो गया है। जिसके बाद स्कूल में अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए पहुंचे आदिवासी परिवारों की समस्या और भी बढ़ गई है।

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आदिवासियों ने बताया कि शुक्रवार शाम से ना तो उन्हें पीने का पानी मिला है और ना ही खाने के लिए उनके पास कोई सामग्री है। प्रशासन उन्हें स्कूल में शिफ्ट करा कर भूल ही गई है। आदिवासियों का कहना है कि यहां पर ना तो बिजली है, ना पानी है और ना ही खाने की कोई सामग्री है। साथ ही जहरीले कीड़े और मच्छरों से बुरी तरह से परेशान हो रहे हैं। महिलाओं ने बताया कि उनके बच्चे बुरी तरह से बीमार हो रहे हैं। जिन्हें डॉक्टर की सहायता भी नहीं मिल पा रही है। कुल मिलाकर प्रशासन ने इन आदिवासियों को अपने घरों से दूर ले जाकर स्कूल में शिफ्ट तो कराया, लेकिन अब जब यह दुखी और परेशान है, तो प्रशासन ने इनकी तरफ मदद के लिए हाथ अभी तक नहीं उठाया है.

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