रायपुर- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक द्वारा भूपेश बघेल सरकार के एक माह के कार्यकाल को निराशाजनक कहे जाने पर कांग्रेस ने तंज कसा है. कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी और कांग्रेस संचार विभाग के सदस्य ज्ञानेश शर्मा ने कहा कि जनधन की लूट करने वालों, किसान विरोधियों, गरीब विरोधियों, रमन सिंह और धरमलाल कौशिक जैसे नेताओं के लिए भूपेश बघेल सरकार का एक माह निराशाजनक रहा है. गरीबों की थाली का अनाज चुराकर नान जैसे घोटाले करने वालों और जीरम के षडयंत्रकारियों के खिलाफ एसआईटी जांच शुरू हो गई है.

किसानों के हित में बड़े-बड़े फैसले हो रहे हैं. 16 लाख किसानों की कर्जमाफी होने से कौशिक जी की निराशा होना ही है. 2500 रू. क्विंटल में धान खरीदी हो रही है तो इससे किसान विरोधियों की निराशा स्वाभाविक है. गरीबों की प्लाट की रजिस्ट्री शुरू हो गई है, इससे धरमलाल कौशिक का निराशा स्वाभाविक है. जिस भाजपा की सरकार में पत्रकारों पर हमले होते थे और पत्रकारों की हत्याये होती थी उसके प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक को पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की कांग्रेस सरकार की पहल से निराशा स्वाभाविक है. कांग्रेस की सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ में बदले की नहीं बदलाव की राजनीति का दौर है. छत्तीसगढ़ के लिये देखे पुरखों के सपनों को सरकार बनाने में पूरी कांग्रेस की सरकार दिन-रात मेहनत कर रही है.

पूरे प्रदेश में लोकतंत्र और व्यवस्था के प्रति विश्वास की बहाली हुई है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूरी कांग्रेस सरकार पुरखों के सपनों का छत्तीसगढ़ बनाने की दिशा में लगातार मेहनत कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने से पूरे प्रदेश में लोकतंत्र और व्यवस्था के प्रति विश्वास की बहाली हुयी है. छत्तीसगढ़ की अस्मिता, स्वाभिमान और संस्कृति की रक्षा का काम शुरू हो चुका है. जल-जंगल-जमीन से बेदखल किए गए असली मालिकों को उनका हक दिलाने का काम हो रहा है. सबसे बड़ी बात जनता के प्रति शासन-प्रशासन को संवेदनशील बनाया गया है.

तेंदूपत्ता संग्रहण दर 2500 रू. से बढ़ाकर 4000 रू. मानक बोरा, उद्योग नहीं लगाने पर टाटा से वापस लेकर आदिवासियों से जमीन वापसी, निरस्त वन अधिकार पट्टो की पुनः जांच, बस्तर-सरगुजा प्राधिकरण की अध्यक्षता स्थानीय विधायकों द्वारा, जिला खनिज संस्थान न्यासों के कार्यों की समीक्षा, महाविद्यालयों में सहायक प्राध्यापकों की भर्ती, चिट फंड कंपनियों के खिलाफ कार्यवाही व अभिकर्ताओं के खिलाफ प्रकरण वापसी, राजिम मेला का नाम फिर से माघी पुन्नी मेला करना, सरकारी खर्चों में मितव्ययिता और अपव्यय की रोक से प्रदेश में खुशहाली तरक्की और समृद्धि के नये युग की शुरूआत हुयी है. कांग्रेस की सरकार ने भूपेश बघेल की सरकार ने इतनी शानदार शुरूआत की है तो जनविरोधी ताकतों, गरीब विरोधी ताकतो और साम्प्रदायिक ताकतों को निराशा होना स्वाभाविक है. इसीलिये धरमलाल कौशिक जी निराश है.