राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना नियंत्रण में आ कर अब खात्मे की ओर है। शिवराज सरकार ने अब निजी अस्पतालों में कोरोना इलाज के चार्ज घटा दिये हैं। सरकार ने कोरोना इलाज के नए दाम तय कर दिये हैं। अस्पतालों के लिए अब सूबे की शिवराज सरकार ने गाइडलाइन बनाई है, जिसके अनुसार आइसोलेशन बेड अब 5 हजार रुपए और आईसीयू वेंटीलेटर का चार्ज 17 हजार रुपये तय किया है।

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शिवराज सरकार ने यह दाम तब तय किये हैं जब कई जिलों में कोरोना का खात्मा हो चुका है और सूबे के लगभग आधे जिलों में संक्रमण अब दहाई अंक के नीचे है, यानि कि दस से कम।

जले पर नमक छिड़क रही सरकार – कांग्रेस

सरकार द्वारा निजी अस्पतालों के अब रेट तय करने पर विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार माफियाओं के हाथ में खेल रही है। जब वो कहते हैं तब रेट तय करती है।

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उन्होंने कहा कि जब जनता को जरूरत थी तब सरकार माफियाओं के साथ खड़ी थी। अब इलाज का रेट कम करना जले पर नमक छिड़कने जैसा है। कोरोना पीक में अस्पतालों ने लूट सको तो लूट योजना लागू कर रखी थी। जब रेट कम करने की जरूरत थी तब मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार बंगाल चुनाव में लगी हुई थी। खाली होने से अस्पताल अब ऑफर दे रहे हैं तब सरकार दायित्व निभाने का ढोंग रच रही है।

अस्पतालों पर की कार्रवाई- बीजेपी

कांग्रेस के वार पर बीजेपी ने पलटवार किया है।बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि अच्छी पहल की सराहना होना चाहिए।जिन्होंने ठगने का काम किया है ऐसे ढाई सौ अस्पतालों पर कार्रवाई की गई है। 67 एफआईआर हुई हैं। 99 लाख का जुर्माना वसूला गया है। कांग्रेस खुद का अवलोकन कर ले कि विपक्ष के नाते क्या किया। सिवाय बदनाम करने, गुमराह करने और आरोप लगाने के सिवाय कुछ नहीं किया। पुरानी पार्टी होने के नाते कांग्रेस को सेवा का काम करना चाहिए था।

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