शिवा यादव, सुकमा. विधानसभा चुनाव के लिए के प्रथम चरण का मतदान 12 नवंबर को होना है. जिसके लिए प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर ली गई है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुगम मतदान के लिए प्रशासन के द्वारा मतदान दल के साथ नवीन वोटिंग मसीन सहित जरुरी उपकरण को पहुंचाने का क्रम जारी है. वहीं प्रथम चरण मतदान के लिए आज शाम से प्रचार का सिलसिला थम जाएगा. जिससे सभी राजनैतिक दल मतदाओं को अपने पक्ष में लुभाने का प्रयाष कर रहे है. 40 नक्सल प्रभावित मतदान क्षेत्रों में प्रशासन के द्वारा सख्त सुरक्षा के प्रबंध किये गए है. सुगम मतदान के लिए प्रशासन के द्वारा मतदान केन्द्र की वीडियों ग्राफी भी कराई जाएगी. 

प्रथम चरण के लिए मतदान जिला निवार्चन ने सारी तैयारी पुर्ण कर ली है. सुबह हेलीकाप्टर से नक्सल प्रभावित इलाको के 40 मतदान दल रवाना किया जा रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक सुरक्षाबल के साथ मतदान कर्मियों के खाने व रहने की व्यवस्था की गई है. साथ में जरुरत की सामग्री के साथ दवाओं की किट भी साथ रखी गई है.


शुक्रवार दोपहर ही क्षेत्र के  40 संवेदनशील मतदान केन्द्रों की जिम्मेदारी निभाने वाले सभी मतदानकर्मीयों को बुलाया गया. जिला निर्वाचन कार्यालय में दिनभर चुनाव के संबधित सारी सामग्री उन मतदानकर्मीयों को दी गई. इसके अलावा आवश्यक कागजी कार्रवाई भी गई.सभी मतदानकर्मीयों और अधिकारियों को पोलिटेक्निक कालेज में रात को रोका गया.

जहां देर शाम तक सभी मतदानकर्मी कागजी कार्रवाई करने में लगे हुए थे. उसके अलावा सभी के पास दवाई कीट भी दी गई.सभी कर्मचारियों को आवश्यक दवाई के बारे में भी जानकारी दी गई है. सुबह करीब 9 बजे पुलिस लाईन से हेलीकाप्टर की मदद से सभी मतदानकर्मी सुरक्षा बल के कैम्पों और थानों में भेजा जा रहा है.

उसके बाद कडी सुरक्षा के बीच वो मतदान केन्द्र तक पहुंचेगें. ज्ञात हो कि ये सभी मतदान दल नक्सल प्रभावित इलाकों में जाऐंगे. जैसे जगरगुण्ड़ा, चिंतलनार, बुर्कापाल, किस्टाराम, भेज्जी, गोलापल्ली के अलावा और भी कई ऐसे मतदान केन्द्र है जो नक्सल प्रभावित है. करीब 160 मतदानकर्मीयों को भेजा गया है.