ल​क्ष्मीकांत बंसौड़, बालौद. एक और प्रदेश सरकार विकास का ढोल पीटने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं तो वहीं दूसरी ओर लोगों को परेशानियों के सीवा कुछ भी हाथ नहीं लग रहा है. ऐसा ही एक ताजा मामला डौंडी में किसानों को खाद के जगह पत्थर देने का सामने आया है.

आपको बता दें कि खेतीहार किसानों के लिए डौंडी के कोटागाँव मे खाद गोदाम का निर्माण कराया गया है. जहां से लगभग 10 गांव के हजारों किसानों को खाद का वितरण किया जाता है. लेकिन किसानों को इतनी आसानी का खाद नहीं मिलता है.

किसानों को खाद वितरण के दौरान दिन भर कड़ी धुप मे बैठाया जा रहा है. सोसायटी के द्वारा किसानों के लिए बैठने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं कराई गई है. जब दिन भर कड़ी धुप में इंतज़ार के बाद किसान के खाद लेने का इंतज़ार खत्म होता है, तो उनको पता चलता है कि उनको पुरी तरह से पत्थर जैसे जमा हुआ पुराना खाद दे दिया गया है.

जिससे उसकी परेशानी और भी बढ़ जाती है. खाद गुणवत्ता को लेकर पहले भी आरोप लगते रहे है लेकिन इस बाद भी अब तक इस समस्या का सामधान नहीं किया गया. ऐसे में कोटागांव सोसायटी में किसानों के साथ खाद वितरण के नाम पर सिर्फ़ ठगी की जा रही है. और किसानों की मजबूरी है कि वे यहां से ही खाद ले क्योकि यहा पर उन्हें लोन पर खाद मिलती है.