रायपुर. एक समय था जब छत्तीसगढ़ का नाम लेते हुए लोगों के जेहन में सिर्फ खनिज संसाधन और नक्सलियों का ख्याल आता था. लंबे समय तक छत्तीसगढ़ का पर्यटन उपेक्षित रहा और नया राज्य बनने के बाद भी पूरा ध्यान सिर्फ नक्सल समस्या पर ही था, जबकि छत्तीसगढ़ में इतना सब कुछ है कि सिर्फ प्रकृति से मिले उपहारों को ही हम व्यवस्थित कर लें तो यह स्थान पर्यटकों की पहली पसंद बन जाएगा और हमारी सरकार इसी बात पर निरंतर काम कर रही है. ये बातें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर रायपुर में आयोजित टूरिज्म कान्क्लेव 2022 में कही.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बड़ी घोषणा करते हुए राजीव गांधी मितान क्लब के सदस्यों को पर्यटन संबंधी प्रशिक्षण दिलाने की बात कही. मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के युवा जब पर्यटन के प्रति जागरूक होंगे तो प्रदेश के पर्यटन को और ज्यादा बढ़ावा मिलेगा. मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ एक ऐसा प्रदेश है, जिसकी गैर मौजूदगी में रामायण जैसी पौराणिक कथा भी अधूरी रह जाएगी.

सीएम बघेल ने कहा, भगवान राम ने अपने वनवास का अधिकतर समय छत्तीसगढ़ में ही गुजारा और यहीं पर उनकी मां कौशल्या निवास करती थीं. पूरी दुनिया में छत्तीसगढ़ ही एक मात्र ऐसा राज्य है, जहां देवताओं को भी सजा देने का प्रावधान है. लिहाजा छत्तीसगढ़ के बारे में पूरी दुनिया को बताने की जरूरत है, ताकि लोग यहां की सभ्यता और संस्कृति को जानें.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं. कोरोना काल होने के बाद भी उनकी सरकार ने छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों तक पहुंचने और वहां ठहरने के इंतजाम में बढ़ोतरी की है, ताकि पर्यटकों को ज्यादा से ज्यादा सहूलियत मिल सके.

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के समृद्ध परंपरा को दुनिया के मानचित्र में लाने की जरूरत है और इसके लिए छत्तीसगढ़ के पास सब कुछ है, जिसे अपनाते हुए पर्यटन को बढावा देने के लिए वर्तमान सरकार निरंतर काम कर रही है. इस मौके पर राज्य के पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति प्रकृति से जुड़कर रहना चाहता है और छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग इसी दिशा में काम कर रहा है. साहू ने कहा कि कोरोना संकट होने के बाद भी छत्तीसगढ़ में ट्राइबल टूरिज्म सर्किट तैयार किया गया और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर राम वन गमन परिपथ पर भी काम शुरू किया गया.

संसदीय सचिव चिंतामणि सिंह से मिले सुझाव को स्वीकार करते हुए पर्यटन मंत्री साहू ने प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी गौरलाटा को भी पर्यटन के लिहाज से विकसित करने के लिए ध्यान देने की बात कही. पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने टूरिज्म कान्क्लेव में अपनी बात रखते हुए कहा कि आज युवा वर्ग की मांग को ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि ज्यादातर युवा पर्यटन को पसंद करने लगे हैं. श्रीवास्तव ने कहा कि पर्यटन मंडल द्वारा छत्तीसगढ़ में एग्रो टूरिज्म को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि लोग गांव और किसानों से भी जुड़ सकें.

इस मौके पर संसदीय सचिव चिंतामणि सिंह, पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी, खनिज न्यास बोर्ड के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल की उपाध्यक्ष चित्रलेखा साहू, पर्यटन विभाग के सचिव अनबलगन पी, पर्यटन विभाग के एमडी अनिल साहू भी उपस्थित थे.

पर्यटन मंडल का स्मृति चिन्ह बने चेंदरू द टाइगर ब्वाय और टेंबू टाइगर

रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर रायपुर में आयोजित टूरिज्म कान्क्लेव 2022 में शामिल हुए. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के मोगली कहे जाने वाले टाइगर ब्वाय चेंदरू की मूर्ति का अनावरण किया. इस मूर्ति में चेंदरू के साथ उसका टाइगर मित्र टेंबू भी है. इस प्रतिमा के अनावरण के साथ ही पर्यटन मंडल ने चेंदरू और टेंबू टाइगर को स्मृति चिन्ह के रूप में मुख्यमंत्री को भेंट दिया. पर्यटन मंडल पूरे देश में छत्तीसगढ़ के पर्यटन को बढ़ाने के लिए इस स्मृति चिन्ह का प्रयोग करेगा.

इस अवसर पर बच्चों को भी छत्तीसगढ़ के पर्यटन क्षेत्र से जोड़ने और बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री ने एक टाकिंग कामिक्स को लांच किया. इस कामिक्स में चेंदरू और टेंबू को छत्तीसगढ़ के पर्यटन आइकान के रूप में दर्शाया गया है. इस कामिक्स के माध्यम से पूरे देश के बच्चों को छत्तीसगढ़ के पर्यटन के प्रति जागरूक किया जाएगा.

कथक भाव पर आधारित राज्य गीत के वीडियो का लोकार्पण

रायपुर. विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने टूरिज्म बोर्ड की जनसंपर्क अधिकारी अनुराधा दुबे द्वारा तैयार किए गए कथक भाव पर आधारित राज्य गीत के वीडियो का लोकार्पण किया. इस वीडियो में छत्तीसगढ़ के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को दर्शाया गया है. पहली बार लोक संगीत पर आधारित राज्यगीत को शास्त्रीय कथक नृत्य के भाव के साथ फिल्माया गया है.

मुख्यमंत्री ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ के पर्यटन मंडल के द्वारा प्रकाशित काफी टेबल बुक का भी विमोचन किया. इस कॉफी टेबल बुक के माध्यम से छतीसगढ़ में स्थापित सभी पर्यटन स्थलों की जानकारी आसानी से मिल जाएगी. इसे टूरिस्ट गाइड की तरह प्रयोग करके देश विदेश से आने वाले सैलानी अपने टूर की प्लांनिंग भी कर सकते हैं.

पर्यटन को बढ़ावा देने छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल और IRCTC के बीच एमओयू

रायपुर. विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर रायपुर में आयोजित टूरिज्म कान्क्लेव के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपस्थिति में छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल और प्त्ब्ज्ब् के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया. छत्तीसगढ़ के पर्यटन को तेजी से बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री की उपस्थिति में यह एमओयू साइन किया गया. एमओयू के अंतर्गत प्त्ब्ज्ब् अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थानों का प्रचार- प्रसार करेगा, जिससे भारत के सभी राज्यों के पर्यटक छत्तीसगढ़ की तरफ आकर्षित होंगे.