उज्जैन. उज्जैन-उन्हेल मार्ग पर सोमवार रात 12 बजे वैन-कार भिड़ंत में मृत 12 लोगों का मंगलवार दोपहर एक साथ अंतिम संस्कार हुआ.

शहर से जब 12 अर्थियां एक साथ निकलीं, तो हर किसी की आंख नम हो गई. अंतिम विदाई देने सांसद, विधायक कलेक्टर, कमिश्नर सहित बड़ी संख्या में लोग चक्रतीर्थ मुक्तिधाम पहुंचे. वहीं, मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath, Madhya Pradesh CM) ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि देने की घोषणा की है. ये हादसा इतना भयानक था कि एक बच्ची का पोस्टमार्टम करते समय डॉक्टर्स के हाथ कांप गए.

बच्ची की आंतें आ गई थी बाहर

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक मौत का शिकार हुई डेढ़ साल की सिद्धि की आंतें बाहर आ गई थी और पसलियां टूटी हुई थी. मंगलवार सुबह जिला अस्पताल के पोस्टमार्टम रूप में जब डॉक्टरों ने उसका पीएम किया, तो हाथ कांप गए. वहीं, 13 साल की बच्ची सलोनी का सिर फट गया. उसके दिमाग का हिस्सा बाहर लटक रहा था. ऐसी ही दर्दनाक मौत परिवार के 10 अन्य सदस्यों की भी हुई है. प्रारंभिक जांच में डॉक्टरों ने पाया कि अधिकांश की मौत सिर में गंभीर चोट, पसली टूटने व फेफड़ों में गहरी चोट लगने से हुई. मौके पर ही इनकी मौत हो गई थी.

सिद्धि का शव गोद में लेकर रोते हुए निकला पिता

बच्ची सिद्धि का शव पिता राहुल गोद में लिए बिलखते हुए चल रहे थे. हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई. इनमें केबल ऑपरेटर अर्जुन कायत, उनकी पत्नी राजूबाई, बेटा शुभम और दो बेटियां रवीना और बुलबुल शामिल हैं. ये सभी तिलकेश्वर क्षेत्र में रहते थे.