शिवम मिश्रा, रायपुर। राजधानी की सायबर पुलिस को ठगी के एक ऐसे बेहद शातिर आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है, जो गाड़ियों का विक्रेता बनकर पहले भरोसा जीतता है फिर शातिराना तरीके से अंजाम देता है ठगी की वारदात को। मूलतया उत्तरप्रदेश के लखनऊ के रहने वाले इस शातिर ठग ने ना सिर्फ राजधानी रायपुर के युवक को लगभग 12 लाख का चूना लगाया बल्कि इस शातिर की शातिराना चाल से मुंबई के लोग भी बच नहीं पाए। आरोपी के खिलाफ मुंबई के अलग-अलग थानों में चार मामले दर्ज हैं, जिसमें वह जेल में भी बंद था।

खुद को आर्मी का अफसर बताने वाले इस शातिर ठग का नाम है सागर ओम नारायण मिश्रा। पुलिस के मुताबिक कोतवाली थाना क्षेत्र में रहने वाले जुनैद ने OLX के माध्यम से मुंबई के थाणे ईस्ट इलाके में रहने वाले सागर ओम नारायण मिश्रा से रेनो मोटर्स की डस्टर और टोयोटा लैण्ड क्रूजर प्राडो वाहन का सौदा तय किया। डस्टर का 5,20,000/- रूपये एवं टोयोटो लैण्ड क्रूजर प्राडो को 6,50,000/- रुपये में सौदा तय करने के बाद पीड़ित जुनैद ने आरोपी के खाते में विभिन्न किश्तों में 11 लाख 70 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिया।

आरोपी सागर ओम नारायण मिश्रा ने दोनों वाहनों की डिलेवरी पीड़ित को दे भी दी लेकिन डिलेवरी दिये जाने के 10 दिन बाद दोनों वाहनों का नाम ट्रांसफर कराने का झांसा देकर अपने ड्रायवर से दोनों गाड़ियां वापस मंगा ली। बाद में जब पीड़ित ने वाहनों को वापस मांगा तो आरोपी हील-हवाला करते रहा और गाड़िया नहीं दी। और जब पीड़ित जुनैद आरोपी सागर ओम नारायण मिश्रा के घर जाकर गाड़ियों के संबंध में बात की तो आरोपी खुद को आर्मी का अफसर बताकर गाली गलौच करते हुए उसके साथ मारपीट किया। मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 420, 406 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।

पुलिस के मुताबिक आरोपी घटना को अंजाम देने के बाद साल 2016 से फरार था। जिसे सायबर पुलिस ने 4 साल बाद गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक आरोपी से पूछताछ में उसके द्वारा ठगी की कई वारदातों को अंजाम दिया जाना स्वीकार किया गया। आरोपी के खिलाफ मुंबई के अलग-अलग थानों में 4 अपराध दर्ज हैं। जिनमें आरोपी को जेल भी जाना पड़ा था।