मुंबई. रुपये के मुकाबले लगातार कमजोर हो रहे डालर के चलते सोना चार माह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया. गौरतलब है कि अमेरिकी इकानमी इस समय बेहद कठिन दौर से गुजर रही है. देश में बेरोजगारी अपने उच्चतम स्तर पर कायम है. सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में बेरोजगारों की संख्या में 2,61,000 का इजाफा हो गया जिसके कि 2,40,000 के आसपास रहने की उम्मीद थी. इसके अलावा खुदरा महंगाई दर के पिछले माह के 0.1 फीसदी की तुलना में 0.2 फीसदी होने से भी डालर की हालत ज्यादा मजबूत नहीं रही. गौरतलब है कि रुपये के मुकाबले डालर पिछले कई हफ्तों से काफी कमजोर रहा है.

क्या है सोने का गणित

कमजोर डालर की कीमतों का सीधा सा असर सोने की कीमतों पर पड़ता है. खास बात ये है कि मजबूत डालर होने के चलते दूसरी मुद्राओं को सोना खरीदने के लिए ज्यादा पैसा अदा करना पड़ेगा. जिससे कि डालर के मुकाबले अन्य मुद्रा वाले देश सोना खरीदने से बचते हैं जिसकी सीधा सा असर सोने की कीमतों पर पड़ता है क्योंकि मांग न होने के चलते कीमतें नीचे आती हैं जबकि डालर के कमजोर होने से दूसरी मुद्रा के इस्तेमालकर्ता कम डालर में ज्यादा सोना खरीद सकते हैं. जिसके चलते कमजोर डालर हमेशा सोने के मूल्य में तेजी लाता है. वही स्थिति इस वक्त मार्केट की बनी है. इन रिपोर्टों के मुताबिक कुछ एक्चेंजों में डालर ने कुछ तेजी अपनाई लेकिन भारत में रुपये के मुकाबले डालर की हालत पतली ही नजर आ रही है. जिसका सीधा असर सोने की कीमतों पर पड़ता दिख रहा है.

क्या हाल है अमेरिकी औऱ य़ूरोपियन बाजारों का

15 सितंबर के बाद यूएस गोल्ड एक्सचेंज में सोने का भाव 1322.74 डालर प्रति आउंस रहा जो कि भले ही बुधवार को इसके उच्चतम स्तर 1326.56 डालर प्रति आउंस रहा हो लेकिन इसने चार महीनों में पहली बार पिछले हफ्ते करीब आधा फीसदी की तेजी अपनी कीमतों में दर्ज की. यूएस स्टाक मार्केट में गोल्ड फ्यूचर आप्शन में सोने की डिलीवरी को 1322.50 प्रति आउंस पर तय किया गया है. ये कमजोर होते डालर का ही कमाल है कि सोने की कीमतों में 80 डालर से भी ज्यादा का उछाल दिसंबर माह में दर्ज किया गया है. विशेषज्ञों के मुताबिक इसे और उछाल पाने में अभी वक्त लगेगा. इधर सोने ने भले ही थोड़ी तरक्की कर ली हो वहीं सफेद धातु चांदी ने भी अपनी कीमतों में 0.1 फीसदी की मामूली बढ़त दर्ज की है. 16.86 डालर प्रति आउंस के निचले स्तर से उबरते हुए चांदी ने 16.96 डालर प्रति आउंस की मामूली बढ़त दर्ज की.

क्या हाल होगा भारत में सोने का

ग्लोबल संकेतों की तरफ नजर डालें तो सोने की कीमतों में भले ही बहुत तेजी न आ रही हो लेकिन सोना धीरे धीरे ही सही मजबूती की तरफ अग्रसर हो रहा है. वहीं चांदी रिकार्डतोड़ निचले स्तर को छूने के बाद अब अपने वर्तमान स्तर से थोड़ी बहुत उछाल लेता नजर आ रहा है.

देश में फरवरी में सोने के वायदा कारोबार के लिए मार्केट के विशेषज्ञ सोने का लक्ष्य 29,380 प्रति दस ग्राम के आसपास रख रहे हैं. वहीं चांदी के वायदा कारोबार में 38900 का लक्ष्य विशेषज्ञों ने रखा है. अगर रुपये के मुकाबले डालर यूं ही पिटता रहा तो उम्मीद है कि पीली धातु फिर से तेजी की राह पकड़ेगी लेकिन ऐसा न होने पर सोने की कीमतों में उछाल की उम्मीद न करें.