राज्य के हालात पर विशेष: पद प्रतिष्ठा और स्वार्थपूर्ति में सत्ता की व्यवस्था को कमज़ोर करना, दिग्भ्रमित करना कहां तक उचित, अब भ्रामक परिस्थितियों को साफ करने का समय