रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान महेंद्र कर्मा पहली पसंद थे. उन्होंने कहा कि इसका प्रस्ताव उन्होंने खुद रखा था. 

दरअसल चर्चा के दौरान टी एस सिंहदेव ने कहा कि- कांग्रेस की सरकार ने जो आरक्षण बनाया उससे ही आदिवासियों के हितों की नींव डली थी. इस पर जवाब देते हुए संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर ने कहा – मंडल आयोग की रिपोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर अनुसूचित जनजाति आयोग बना और अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार में आदिवासियों को मजबूत किया गया.

प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा- आदिवासियों के नाम पर कांग्रेस राजनीति करते रही हैं. छत्तीसगढ़ में आदिवासी मुख्यमंत्री बनाने के सत्ताकक्ष की टिप्पणी पर टी एस सिंहदेव ने कहा- कांग्रेस को उस वक़्त जानकारी नहीं थी कि मुख्यमंत्री आदिवासी नहीं है. अमर अग्रवाल ने कहा- कांग्रेस के 52 विधायकों ने लिखकर दिया था दिग्विजय सिंह को अजीत जोगी के खिलाफ. टी एस सिंहदेव ने कहा- मुख्यमंत्री के लिए कांग्रेस की पहली पसंद महेंद्र कर्मा थे. रही बात पहले मुख्यमंत्री की तो अब जांच कमेटी ने माना है कि वह आदिवासी नहीं है. उन्होंने इसे लेकर अपील की हुई है.

टीएस सिंहदेव ने व्यंगात्मक तरीके में सरकार पर हमला बोला। उन्होंने सभी मुद्दे उठाए जिनका ज़िक्र आरोप पत्र में था। सिंहदेव ने कहा कि मुख्यमन्त्री ने कवासी के बारे में जो बात कही उसका खुलासा होना चाहिए, आज ही इसका खुलासा हुआ। जो सीडी गलत है उसके लिए सीबीआई की जांच क्यों नही। इंदिरा प्रियदर्शी घोटाला मामला भी सीबीआई को दिया जाए। झीरम घाटी का मामला भी सीबीआई को सौंपा जाए।