रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने बारदाना खरीदी में बड़े भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए विधानसभा की कमेटी से जांच कराने की मांग की. खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल के जांच की मांग को खारिज करने से नाराज कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट किया. यह भी पढ़ें : निलंबन के महज तीन दिन बाद बहाल हुआ उप पंजीयक, संभागायुक्त ने जारी किया आदेश…

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने बारदाना खरीदी में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि 17 करोड़ से अधिक बारदाने एक हजार करोड़ से क्रय किए जा रहे हैं. इन बारदानों का वजन स्टैंडर्ड बारदाने से 100 ग्राम तक कम है. निजी जूट मिलों को फायदा पहुंचाने की कोशिश हो रही है.

इस पर खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि गौरीशंकर जूट मिल के बारदानों में शिकायत मिली थी. जिला प्रशासन ने इसकी जांच की, जिसमें बारदाने अमानक नहीं पाए गए. निजी जूट मिलों को फायदा पहुंचाने का आरोप गलत है. बारदानों को लेकर कहीं भी किसान परेशान नहीं हैं.

नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत ने कहा कि बारदाना का वजन 580 ग्राम होता है. लेकिन जो बारदाना केंद्रों तक पहुंचा है, उसका वजन 480 ग्राम है. इस पर मंत्री ने कहा कि जूट मिल कमिश्नर परीक्षण के पश्चात् बारदाना भेजते हैं. नेता प्रतिपक्ष तरेंगा सोसाइटी जाकर आरोप लगाए थे. वहां जिला प्रशासन के अधिकारियों ने जांच की, जिसमें बारदाना अमानक नहीं मिले. बारदाना का वजन नमी के कम हो जाता है. उसके बाद बारदाना का वजन 545 ग्राम है.

नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने कहा कि इस मामले में बड़ा भ्रष्टाचार दिखाई दे रहा है. इसकी जांच विधानसभा की कमेटी से कराएं. इस पर मंत्री दयाल दास बघेल ने कहा कि जांच की आवश्यकता नहीं है. मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट किया.