Punjab News: अमृतसर. फतेहगढ़ साहिब में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, कांग्रेस नेतृत्व के साथ माता गुजरी कौर जी, छोटे साहिबजादे बाबा फतेह सिंह और बाबा जोरावर सिंह के शहीदी पर्व को समर्पित शहीदी समागम में पहुंचे. उन्होंने गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में माथा टेका और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कीर्तन का श्रवण किया. इस अवसर पर राजा वड़िंग के साथ फतेहगढ़ साहिब से कांग्रेस सांसद डॉ. अमर सिंह, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बलवीर सिंह, पूर्व मंत्री काका रणदीप सिंह और कांग्रेस नेता कुलजीत सिंह नागरा भी मौजूद रहे.

राजा वड़िंग ने कहा कि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के बलिदानों का मूल्य कभी चुकाया नहीं जा सकता. जब कश्मीरी पंडितों पर संकट आया, तो गुरु साहिब ने अपने पिता श्री गुरु तेग बहादुर जी को बलिदान देने के लिए भेजा. 10वें गुरु बनने के बाद उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की. गुरु साहिब ने सिख धर्म की रक्षा के लिए अपने चार साहिबजादों और माता गुजरी कौर जी को बलिदान कर दिया. श्री फतेहगढ़ साहिब की धरती पर छोटे साहिबजादों की शहादत सुनकर हर किसी का दिल भर आता है. इन्हीं बलिदानों के कारण सिख पंथ आज भी कायम है.

हर सिख को अन्याय का डटकर मुकाबला करना चाहिए: वड़िंग

राजा वड़िंग ने कहा कि वे इस पवित्र धरती पर माथा टेकने और आशीर्वाद लेने आए हैं. यह धरती हमें अन्याय के खिलाफ लड़ने की शक्ति भी देती है. यहां हर कोने से श्रद्धालु आते हैं. दुनिया के हर सिख को गुरु साहिब के जीवन से प्रेरणा लेकर अन्याय का सामना करने के लिए इस धरती से ताकत लेनी चाहिए. गुरु का असली सिख वही है, जो अन्याय का मुकाबला करने के लिए तैयार रहे.