हेमंत शर्मा, इंदौर। 5 मई को हुई NEET परीक्षा के दौरान इंदौर में अचानक मौसम बिगड़ गया था। तेज बारिश और तेज हवाओं के चलते शहर के करीब 24 परीक्षा केंद्रों की बिजली चली गई थी। इस कारण कई छात्रों की परीक्षा पर असर पड़ा। कई परीक्षार्थी पेपर समय पर पूरा नहीं कर पाए। इस समस्या से परेशान छात्रों ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। कोर्ट ने 9 जून को सुनवाई करते हुए फैसला दिया कि जिन छात्रों ने याचिका लगाई है, उनका रिजल्ट रोका जाए और बाकी का जारी किया जाए।
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इसके बाद 23 जून को इस मामले की अंतिम सुनवाई हुई, जिसमें एनटीए की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने वीडियो कॉल पर पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि परीक्षा का परिणाम संतोषजनक रहा है और बड़ी संख्या में छात्र पास हुए हैं, इसलिए याचिका खारिज की जाए। लेकिन कोर्ट ने बिजली जाने के असर को नजरअंदाज नहीं किया। जस्टिस सुबोध अभ्यंकर ने कहा – “बिना बिजली के परीक्षा देना आसान नहीं होता, इसे महसूस करना जरूरी है।” इसके बाद कोर्ट ने प्रतीक के तौर पर करीब 13 मिनट तक रौशनी बंद कर दी और अंधेरे में ही सुनवाई की।
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