आशुतोष तिवारी,जगदलपुर। बस्तर संभाग के अतिसंवेदनशील बीजापुर जिले से बड़ी खबर सामने आई है. SDOP ने दो टीआई के साथ मिलकर एक व्यापारी की दुकान में घुसकर जमकर पिटाई की है. जब बड़े अधिकारियों के पास व्यापारी शिकायत लेकर पहुंचता है, तब उसे धमकी दी जाती है. पीएम, सीएम से लेकर कई जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों तक से मामले की शिकायत की गई. बावजूद इसके अब तक कोई कार्रवाई एसडीओपी के खिलाफ नहीं की गई है. हालांकि बस्तर आईजी ने जांच करने की बात कही है. लेकिन सवाल यही है कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कब होगी ?

दरअसल बीजापुर जिले के भोपालपटनम निवासी अनिल जंगम नामक एक व्यवसायी किराना दुकान का संचालन करता है. अनिल ने भोपालपटनम SDOP अभिषेक सिंह पर अवैध वसूली का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि बीते 21 दिसंबर 2020 को फिल्मी स्टाइल में दुकान के बाहर एक स्कार्पियो वाहन आकर रुकी. वाहन से नशे में धुत्त भोपालपटनम एसडीओपी अभिषेक सिंह, टीआई वीरेंद्र चंद्रा और आवापल्ली टीआई धर्मा राव उतरे और दुकान में घुस गए. दुकान में घुसते ही तीनों पुलिस अधिकारियों ने बेवजह दुकानदार से मारपीट करना शुरू कर दिया.

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इसी दौरान दुकान में मौजूद दुकानदार की पत्नी ने बीच बचाव करने की कोशिश की, लेकिन नशे में धुत्त अधिकारियों ने दुकानदार की पत्नी को “मुंह नहीं दिखाने लायक नहीं छोड़ने” की धमकी देते हुए चुप करा दिया. तीनों पुलिस अधिकारियों ने मिलकर दुकानदार की लगभग एक घण्टे तक पिटाई की. इसके बाद तीनों अधिकारी वहां से चले गए. कुछ देर दुकानदार को थाने में बुलाकर इस घटना के बारे में किसी को कुछ नहीं बताने को कहा गया.

SDOP ने अपने गनमैन को दुकानदार के साथ दुकान भेजकर वहां लगे सीसीटीवी फोटोज को डिलीट करवा दिया. लेकिन इससे पहले ही दुकानदार ने अपने मोबाइल में कुछ फोटेज रख लिया था. व्यवसायी अनिल जंगम ने आरोप लगाते हुए कहा है कि एसडीओपी ने उससे हर महीने 1 लाख रुपये देने की डिमांड की थी. जिसके लिए अनिल ने एसडीओपी को मना कर दिया था. इसी के चलते एसडीओपी ने उसके साथ मारपीट की है.

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घटना के बारे में आगे अनिल ने बताया कि 30 दिसंबर को उसने इस मामले को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम भूपेश बघेल, राहुल गांधी, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, छत्तीसगढ़ डीजी पुलिस, बस्तर आईजी सुंदरराज पी और बीजापुर एसपी कमलोचन कश्यप से शिकायत की थी. इसकी जांच के लिए बीजापुर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज शुक्ला को अधिकारी बनाया गया था.

अनिल ने बताया कि जब उसे बयान के लिए बुलाया गया, इसकी जानकारी एसडीओपी को लग गई. एसडीओपी ने अपने गनमैन आशुतोष सिंह को उसके घर भेजकर उससे फोन पर बात की. फ़ोन पर एसडीओपी ने धमकी देते हुए अनिल से कहा कि कुछ भी बयान दिया, तो तुम्हें फंसा देंगे. इसके बाद एसडीओपी का गनमैन अनिल को लेकर एएसपी शुक्ला के कार्यालय पहुंचा. कार्यालय के बाहर पहले से ही एसडीओपी मौजूद था. वहां भी एसडीओपी ने अनिल को धमकाया. डर की वजह से अनिल ने कुछ नहीं कहा.

अनिल ने बताया कि उसने बस्तर चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष किशोर पारख को इस घटना से अवगत कराया. 2 मार्च को उनके साथ बस्तर आईजी सुंदरराज पी से मुलाकात कर घटना के बारे में पूरी जानकारी दी. बस्तर आईजी ने जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया. जब यह बात भी एसडीओपी को पता चला, तो उसने अपने गनमैन को उसके घर भेजकर उससे फ़ोन पर गन्दी गन्दी गालियां दी.

इस मामले को लेकर बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि भोपालपटनम के व्यापारी अनिल जंगम से इस तरह की शिकायत मिली है. मामले की जांच जारी है. हाल ही में हुए नक्सल घटनाओं की वजह से इस दिशा में काम नहीं हो सका है. जल्द ही जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.

वहीं इस मामले को लेकर SDOP अभिषेक सिंह का कहना है कि सूचना मिली थी कि अनिल नक्सलियों को सामान सप्लाई करता है, जुआ खिलाता है. इसलिए रेड की कार्रवाई की गई थी. उसे समझाने के लिए बहस और हाथापाई हुई थी.

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