पुरूषोत्तम पात्रा, गरियाबंद। आंध्र प्रदेश के ईंट भट्ठी में जिले के 10 मजदूर और उनके 8 बच्चों को बंधक बना लिया है. ठेकेदार मजदूरों का एडवांस लेकर फरार हो गया. जिसकी सजा इन मजदूरों को दिया जा रहा है. इसकी जानकारी मिलने के बाद बुजुर्ग पिता ने बंधक परिवार को छुड़वाने कलेक्टर के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है.

मूंगझर निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग धनसिंह सोनवानी ने एसडीएम अनुपम आशीष टोप्पो को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है, जिसमें बुजुर्ग ने अपने बेटा करनो राम, बहू रायती के अलावा नाबालिग पोता दुर्गेश, गौरी व आलोक समेत झिरिपानी, दरलीपारा के कुल 18 लोग जिसमें 8 नाबालिग को बंधक बनाए जाने की सूचना दिया है. पत्र में बताया गया है कि आंध्र के आवापल्ली जिले के खम्मन में एक ईंट भठ्ठी निर्माण करने वाला ठेकेदार बंधक बनाया है.

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पिता के मुताबिक, उसका बेटा खगेश ने फोन पर सूचना दिया है. उसने बताया है कि ओड़िसा निवासी जिस मजदूर दलाल के चंगुल में फंस कर वे लोग काम करने गए थे. वहीं दलाल ठेकेदार से मजदूरी का सारा पैसा एडवांस उठाकर भाग गया. बताया गया है कि सारे मजदूर जनवरी में गए हैं. 15 दिन पहले मजदूरों ने मजदूरी की मांग की तो ठेकेदार ने केवल राशन का खर्च देकर हाथ खड़ा कर दिया.

अप्रैल तक भी काम करने से पैसे का चुकारा नहीं हो पाएगा. ऐसा कह कर जबरिया उन्हें कैम्पस के भीतर बंधक बनाकर काम करवाया जा रहा है.

कलेक्टर को कराया अवगत

एसडीएम अनुपम आशीष टोप्पो ने कहा कि पिता के ज्ञापन के बाद मामले से जिला श्रम अधिकारी व कलेक्टर को अवगत कराया गया है. जैसे ही निर्देश मिलेंगे आवश्यक कार्यवाही किया जाएगा.

रोजगार की कमी नहीं पर भुगतान की समस्या

इस वित्तीय वर्ष में रोजगार गारंटी योजना के तहत 94 गांव में 668 कार्य कराए गए. 24362 परिवार के 49761 मजदूरों को काम मिला, जिसमें 6127 परिवार तो ऐसे है जिन्हें 100 दिन का रोजगार उपलब्ध हुआ है. 16 लाख 83689 मानव दिवस का कार्य करवा कर मनरेगा शाखा जिले में अव्वल तो है. लेकिन सबसे बड़ी पीड़ा मजदूरी भुगतान का है. जिसके कारण मजदूरों का इस योजना के प्रति मोहभंग हो जाता है.

आंकड़े बताते है कि जनवरी से मार्च तक काम का 3 करोड़ 57 लाख का मजदूरी भुगतान अब तक नहीं हुआ है, जबकि अधिनियम के मुताबिक सप्ताह भर में मजदूरों को भुगतान करना अनिवार्य है. कर्यक्रम अधिकारी एस के नवरंगे ने कहा कि ऊपर से ही आबंटन नहीं मिला है. जिला व ब्लॉक स्तर की तैयारी पूरी है.

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