राकेश चतुर्वेदी,भोपाल। मध्य प्रदेश में चल रही रेत खदानों को लेकर राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने 7 जिलों की रेत खदानों के ठेके निरस्त कर दिए हैं. यह फैसला समय पर भुगतान नहीं करने के कारण खनिज विभाग ने लिया है. इसके साथ ही ठेकेदारों की 100 करोड़ से अधिक की सुरक्षा राशि भी जब्त कर ली गई है.

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प्रदेश की सबसे बड़ी होशंगाबाद स्थित रेत खदान समेत अन्य 7 जिलों के रेत ठेके निरस्त कर दिया है. ठेकेदारों की सौ करोड़ से अधिक की सुरक्षा राशि भी जब्त कर ली गई है. ठेकेदार पिछले तीन महीने से मासिक किस्त जमा नहीं कर रहे थे. होशंगाबाद जिले की 118 रेत खदानों के समूह का ठेका 19 महीने में दूसरी बार निरस्त हुआ है.

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खनिज विभाग ने रायल्टी की राशि नियमित रूप से नहीं मिलने पर होशंगाबाद, भोपाल, खरगोन, बड़वानी, जबलपुर, दमोह और टीकमगढ़ की रेत खदानों के समूह के ठेके निरस्त कर दिए हैं. प्रदेश की सबसे बड़े रेत खदानों के समूह होशंगाबाद के ठेकेदारों पर 63 करोड़ से अधिक की देनदारी थी. सभी ठेकेदार ब्लैक लिस्टेड किए गए. बाकी आगे की कार्रवाई जिला स्तर पर की जाएगी.

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