अमृतसर. किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का खनौरी किसान मोर्चे पर मरन व्रत आज 42वें दिन भी जारी रहा। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित हाई पावर कमेटी आज किसान मोर्चे पर पहुंची और जगजीत सिंह डल्लेवाल का हालचाल जाना। इस दौरान किसान नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
कमेटी के प्रमुख नवाब सिंह ने जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत को लेकर चिंता व्यक्त की। इस पर डल्लेवाल ने कहा कि सरकारों की गलत नीतियों के कारण आत्महत्या करने वाले किसानों की जान उनकी अपनी जान से अधिक अहम है। उन्होंने कहा कि आत्महत्या करने वाले किसानों के अनाथ बच्चों का भविष्य उनकी जान से भी अधिक महत्वपूर्ण है।
MSP की गारंटी पर जोर
डल्लेवाल ने कहा कि उनका जीवित रहना या न रहना मायने नहीं रखता, बल्कि सबसे जरूरी है न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी का कानून बनना। उन्होंने कमेटी प्रमुख नवाब सिंह से अनुरोध किया कि वे संसद की कृषि पर बनी स्थायी समिति की रिपोर्ट का सम्मान करते हुए MSP की गारंटी का कानून बनाने की सिफारिश करें।
अदालत के आदेश का पालन नहीं
डल्लेवाल ने बताया कि 2018 में जबलपुर हाई कोर्ट ने यह फैसला दिया था कि किसी भी APMC मंडी में किसी फसल की पहली बोली सरकार द्वारा घोषित MSP से कम नहीं होनी चाहिए। लेकिन 6 साल बाद भी इस फैसले का पालन नहीं किया जा रहा है।

10 जनवरी को प्रदर्शन
डल्लेवाल ने कहा कि जब तक भगवान की मर्जी है, उन्हें कुछ नहीं होगा। केंद्र सरकार को किसानों के मुद्दों का जल्द से जल्द समाधान करना चाहिए। किसान नेताओं ने घोषणा की कि 10 जनवरी को देशभर के गांवों में मोदी सरकार के पुतले जलाए जाएंगे। यह दिखाने के लिए कि सभी ग्रामीण MSP की गारंटी के समर्थन में खड़े हैं।
कमेटी में शामिल सदस्य
इस कमेटी में नवाब सिंह, दविंदर शर्मा, रंजीत घुम्मण, सुखपाल सिंह खैहरा, बी.एस. संधू और अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी शामिल थे।
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